विरोधियों की शह पर पार्टी तोड़ने में लगे थे जंडाली : बसपा नेता
जालंधर : बसपा प्रमुख मायावती ने प्रकाश सिंह जंडाली को सम्मान देकर प्रदेश प्रधान बनाया था, लेकिन वह इस सम्मान के लायक नहीं निकले। जंडाली विरोधियों की शह पर पार्टी को तोड़ने में लगे रहे। यह बात बसपा नेता गुरलाल सैला, डॉ. नछत्तर पाल, गुरमेल चुंबर, बलदेव खैहरा, सुखविंदर कोटली, जरनैल नंगल, रजिंदर रीहल, कमल देव जंडूसिंघा, इंजी. महिंदर सिंह, सुमित्र सिंह सीकरी, हरभजन बलालों, हरगोपाल सिंह पूर्व विधायक, हरमेश गढ़ा, पीडी शांत ने रविवार को जारी एक संयुक्त बयान में कही।
उन्होंने आरोप लगाया कि जंडाली ने लोकसभा हलका लुधियाना में पड़ते अपने विधानसभा हलके आत्म नगर में पार्टी के वोट विरोधियों को डलवा दिए। ऐसे में विस हलके आत्म नगर (लोकसभा सीट लुधियाना) में पार्टी उम्मीदवार को सिर्फ 253 वोट ही मिले। जंडाली के अपने बूथ पर बसपा को सिर्फ सात वोट ही मिले, जबकि उनके परिवार के ही वोट 10 से ज्यादा हैं। उक्त नेताओं ने यह भी कहा कि जंडाली को बसपा संस्थापक साहब कांशीराम ने भी 2002 के विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण बसपा से निकाला था। बाद में माफी मांगने पर उन्हें दोबारा पार्टी में ले लिया था, पर इसके बावजूद वह नहीं सुधरे। बसपा नेताओं ने कहा कि पार्टी के सभी नेता व वर्कर पार्टी के साथ खड़े है और प्रदेश लीडरशिप में किए बदलाव का स्वागत करते हैं।