हैप्पी का शव दोहा से, बांग्लादेशी का जालंधर से रवाना
संवाद सहयोगी, आदमपुर
दोहाकतर की जेल में मारे गए आदमपुर के हैप्पी की असली लाश दोहाकतर से भारत के लिए रवाना हो गई है, जबकि दोहाकतर ने भारतीय दूतावास के जरिए आदमपुर एंबुलेंस भेजकर शव दोहाकतर भेजने के लिए मंगवा लिया है। डीसी केके यादव ने पुष्टि है कि हैप्पी के शव की पहचान दोहाकतर में हो गई है और वहां से शव रवाना कर दिया गया है।
दोहाकतर एंबेसी ने विदेश मंत्रालय के जरिए बुधवार रात को मान लिया था कि गलती से दोहा से हैप्पी की जगह कोई और शव आ गया है। यह शव जेल में ही मारे गए बांग्लादेशी का था। दूतावास के अधिकारियों ने वीरवार तड़के ही गलत लाश को दोहाकतर वापस भेजने के लिए आदमपुर में एंबुलेंस भेज दी, मगर यहां से शव को वापस रवाना करने के लिए डीसी की अनुमति लेनी जरूरी थी, इसलिए हैप्पी के परिजन और एंबुलेंस स्टाफ डीसी केके यादव से मिला। डीसी की अनुमति के बाद शव वापस सौंप दिया गया। साथ ही दोहाकतर से हैप्पी के असली शव को टैटू और ऑपरेशन के निशान से पहचान लिया गया। इसी वजह से डीएनए टेस्ट की जरूरत ही नहीं पड़ी। 'दैनिक जागरण' ने वीरवार के अंक में ही खुलासा कर दिया था कि दोहा ने मान लिया है कि हैप्पी की जगह किसी और की लाश भेज दी गई है। डीसीपी कमल किशोर यादव ने बताया कि गलत लाश को वापस दोहा भेज दिया गया है और दोहा से हैप्पी का शव रवाना हो गया है। शुक्रवार को दोहाकतर से हैप्पी का शव आ जाएगा। दोहा ने मान लिया है कि गलत शव आ गया था, इसलिए विवाद सुलझ गया और डीएनए टेस्ट की लंबी प्रक्रिया की जरूरत ही नहीं पड़ी।