जेएंडके बाढ़ त्रासदी से लेदर बॉल कारोबार प्रभावित
कमल किशोर, जालंधर
जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से जालंधर की लेदर गेंद इंडस्ट्री को व्यापक असर पड़ रहा है। जालंधर व मेरठ से बनकर बॉल जम्मू-कश्मीर जाती है। जम्मू-कश्मीर इंडस्ट्री से किसी प्रकार का संपर्क न होने की वजह से बॉल बनकर तैयार है। ऑर्डर इंडस्ट्री में तैयार हो चुके है। पेमेंट की अदायगी होना बाकी है। जम्मू-कश्मीर के बायर आर्डर को नहीं मंगवाते तो त्रासदी से जालंधर लेदर बॉल इंडस्ट्री को एक करोड़ रुपये का नुकसान होना स्वाभाविक है। बाढ़ का मंजर अधिक रहता है तो कारोबार प्रभावित होने की राशि चार करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। जालंधर इंडस्ट्री में 70 छोटे-बड़े लैदर बॉल यूनिट है। छोटे यूनिट लोगों ने घर में खोल रखे है। कुशल कारीगार ही लेदर बॉल को तैयार करता है। इंडस्ट्री प्रति वर्ष पांच करोड़ का कारोबार करती है।
आरके क्रिकेट हाउस के एमडी राकेश नारंग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर त्रासदी से लेदर बॉल इंडस्ट्री को डेढ़ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो चुका है। आर्डर बनकर तैयार है लेकिन बायर से संपर्क नहीं हो रहा है। ऑर्डर की कीमत फंसी हुई है। बायर से संपर्क न होने की वजह से तैयार गेंद भेज नहीं सकते।
उद्योगपति राणा रघुनाथ ने बताया कि जम्मू-कश्मीर त्रासदी से लेदर बॉल का इतना नुकसान नहीं हुआ जितना कि बैट को हुआ है। बैट की लकड़ी कश्मीर से आती है। बैट निर्मित इंडस्ट्री पानी में भीग चुकी है। लकड़ी पानी में अधिक देर तक रहीं तो लकड़ काली पड़ जाएगा। त्रासदी से जालंधर लेदर बॉल इंडस्ट्री को नुकसान तो होगा।