बेहोश कर सड़क पर लिटाया, चेहरे पर ट्रक चढ़ाया
जागरण संवाददाता, जालंधर
नंबरदार रेशम सिंह ने पुलिस रिमांड के दौरान खुलासा किया है कि टीटू ने उसके भाई जागीर सिंह को पहले बेहोश किया और फिर उसे सड़क पर लिटाकर उसके चेहरे पर ट्रक चढ़ाया। इससे पहले जागीर को मारने के लिए दो श्रमिकों की मदद ली गई थी, मगर वह डरकर भाग गए। फिर भी टीटू ने इरादा नहीं बदला।
टीटू ने चुना सुनसान इलाका
विधायक गुरदयाल सैनी समेत कई लोगों की हत्या के केस में नामजद रहा पूर्व आतंकवादी टीटू आतंकवाद के दिनों में सक्रिय रहा था। उसे पंजाब के सुनसान इलाकों के बारे में जानकारी थी। पुलिस कमिश्नर कुंवर विजय प्रताप सिंह का कहना है कि टीटू जागीर सिंह को पहले बटाला जा रहा था, मगर वहां श्रमिकों ने धोखा दे दिया। शारीरिक रूप से मजबूत टीटू जागीर सिंह को लेकर बहलोलपुर चला गया। वहां रात में इलाका सुनसान रहता है। उसे ट्रक के टायर के आगे इस तरह से रखा कि उसका सिर कुचला जाए। एक ही बार में सिर कुचला और मौके से निकल गया। उसकी जेब में साजिश के तहत नंबर रखा गया, ताकि फोन पर घटना की जानकारी मिल जाए। साजिश कामयाब हो गई।
दो दिन का रिमांड, पठानकोट पुलिस करेगी इंतजार
थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने रेशम सिंह और राजेश जोशी को रिमांड खत्म होने पर सोमवार को अदालत में पेश किया। वहां से फिर दो दिन का रिमांड मिला और इसी के चलते पठानकोट पुलिस को जागीर हत्याकांड में पूछताछ के लिए अभी दो दिन का इंतजार करना होगा।
अनट्रेस्ड रिपोर्ट के बाद फिर खुला केस
पठानकोट पुलिस अदालत में अनट्रेस्ड रिपोर्ट फाइल कर केस को बंद कर चुकी थी, मगर जालंधर पुलिस के खुलासे के बाद फाइल फिर से खोल ली है। हत्या और साजिश के मामले में आरोपियों का प्रोडक्शन वारंट लिया जाएगा। जालंधर के दोहरे हत्याकांड की जांच जालंधर पुलिस करेगी जबकि जागीर हत्याकांड की जांच पठानकोट पुलिस करेगी।
डेडलाइन देने वाले को ही मार डाला
टीटू और उसकी प्रेमिका सुशीला की हत्या इसलिए हुई कि रेशम को टीटू ने 18 जनवरी तक की डेडलाइन दे दी थी। रेशम ने बोला कि टीटू उसे पैसे न देने पर पीटने लगा था धमकाने लगा था। चेक कोर्ट में लगाने की धमकी देने लगा था। एक दिन टीटू ने कह दिया कि वह 18 जनवरी तक इंतजार करेगा पैसे नहीं मिले तो उसे मार देगा। इसी डेडलाइन से रेशम डर गया और डेडलाइन के समय उसने टीटू को ही कत्ल कर दिया। टीटू की प्रेमिका सुशीला सामने आ गई तो उसके चेहरे पर गोलियां ठोक दी। राजेश टीटू की मौत के बाद पत्नी सुशीला को वापस चाहता था, मगर वह भी मर गई। उसे न तो पत्नी वापस मिली और न ही क्लेम के पैसों से हिस्सा। उलटा अब उसे जेल मिल गई है।