बागियों के तेवर कड़कती सर्दी में प्रत्याशियों के छुड़ाते पसीने
हजारी लाल, होशियारपुर विधानसभा के चुनावी समर में बागियों के तेवर ने कड़कती सर्दी में प
हजारी लाल, होशियारपुर
विधानसभा के चुनावी समर में बागियों के तेवर ने कड़कती सर्दी में पार्टी प्रत्याशियों के पसीने छुड़ाने का काम कर रहे हैं। टिकट पाने में नाकाम रहे कुछ बागियों ने आजाद तौर पर चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा कर दी है और कुछ अपने समथर्कों से विचार-विमर्श करके रणनीति बनाने में जुट गए हैं। कांग्रेस और भाजपा में बागी तेवर ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। दोनों ही पार्टियां बागियों के राजनीतिक हथकंडे से परेशान दिख रही हैं। क्योंकि बागी ही चुनावी समीकरण बिगाड़ने का काम करेंगे।
पहले बात करते हैं विधानसभा गढ़शंकर की। यहां से पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी टिकट की मारने में कायमाब हो गए। टिकट की घोषणा से पहले ही टिकट का पत्ता कटते देखकर कांग्रेसी नेता पंकज कृपाल ने कैप्टन अम¨रदर ¨सह पर राजनीतिक भड़ास निकालते हुए गढ़शंकर से आजाद चुनाव लड़ने की दहाड़ भरी थी। अभी इससे कांग्रेस उबर नहीं पा रही थी कि अब कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता निमिषा मेहता भी टिकट कटने से खासी नाराज दिख रही हैं और उन्होंने आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वहीं चब्बेवाल विधानसभा सीट से कांग्रेस के चौ. बल¨वदर ¨सह बिट्टू बागी होने की धमकी दे चुके हैं, यहां से कांग्रेस हाईकमान ने डॉ. राज कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है।
दसूहा में तो कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए बागी परेशान करते दिख रहे हैं। यहां से भाजपा ने पुराने चेहरे सुखजीत कौर साही को चुनावी मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय रमेश चंद्र डोगरा के बेटे अरुण डोगरा मिक्की पर दांव खेला है। इस सीट से कांग्रेस से दो बागी चुनाव मैदान में कूदने की तैयारी कर रहे हैं और भाजपा का एक नेता। कांग्रेस की टिकट न मिलने से नाराज चल रहे एडवोकेट भू¨पदर ¨सह घुम्मन ने सोमवार को दसूहा में शक्ति प्रर्दशन करके हाईकमान को धमकी दी की कि अगर हाईकमान ने टिकट बदलने का फैसला न किया तो वह 18 जनवरी को चुनावी मैदान में कूद जाएंगे। इसके अलावा हाल ही में अकाली दल बादल को बाय-बाय करते हुए कांग्रेस का हाथ थामने वाले एडवोकेट कर्मबीर ¨सह घुम्मन भी टिकट न मिलने की वजह से काफी आहत हैं। टिकट के प्रबल दावेदार राणा रघुनाथ ¨सह भी टिकट कटने से काफी आहत हैं और बागी हो सकते हैं। यहां पर बागियों के तेवर से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही परेशान हैं। मुकेरियां में तो टिकट कटने से नाराज होकर भाजपा नेता जंगी लाल महाजन ने बागी होकर आजाद चुनाव लड़ने का डंका बजा दिया है। जंगी लाल की चुनावी जंग भाजपा प्रत्याशी अरुणेश शाकर को परेशान कर रही है। कुल मिलाकर जिले में भाजपा-कांग्रेस के लिए बागी नेता चुनावी कसरत में विघ्न डालने का काम कर रहे हैं। हालांकि जिले में अकालियों के लिए राहत की बात है। क्योंकि उसके खाते में आई तीनों सीटों गढ़शंकर, चब्बेवाल और शामचौरासी में बागी सामने नहीं आ रहा है।