कापी- ईट पार पोते ने की थी दादी की हत्या
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : रविवार को जिले गांव नंदाचोर में वृद्धा की हत्या किसी और ने नहीं,
जागरण संवाददाता, होशियारपुर :
रविवार को जिले गांव नंदाचोर में वृद्धा की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पोते ने ही की थी। दादी द्वारा ताने मारे जाने से आपा खोकर उसने इस खूनी खेल को अंजाम दिया। बुल्लोवाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि रविवार दोपहर को जोगिंदर कौर (75) निवासी नंदाचोर की हत्या कर दी गई थी। देर सायं इस हत्याकांड का खुलासा हुआ था। जोगिंदर घर में अकेली रहती थी। उसके दो बेटे हैं। एक बेटा जर्मन और दूसरा अमेरिका में रहता है।
महज दस घंटे में जोगिंदर कौर हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए एसपी (डी) बलजीत सिंह ढिल्लों ने इसे बड़ी उपलब्धि करार दिया। उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में मामले की तफ्तीश कर रहे डीएसपी ग्रामीण हरविंदर सिंह डल्ली व थाना बुल्लोवाल के एसएचओ विक्रमजीत सिंह ने जांच शुरू की है। तफ्तीश में यह बात सामने आई की कि जोगिंदर कौर का घर घनी आबादी में है। दिनदहाड़े घर में घुसकर बाहरी व्यक्ति हत्या नहीं कर सकता है। शक की सूई गांव के ही किसी व्यक्ति पर घूमी। पुलिस ने मामले को खंगालना शुरू किया। इस दौरान मालूम पड़ा कि रिश्ते में पोते लगते हरप्रीत सिंह (23) रविवार दोपहर जोगिंदर कौर के घर में जाते देखा गया था। इसी बीच, पुलिस को मालूम पड़ा की कि हरप्रीत की मां को जोगिंदर कौर ताने मारा करती थी। यह कड़ी मिलते ही शक के बिनाह पर पुलिस ने हरप्रीत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। गुनाहों पर ज्यादा देर तक पर्दा डालने में असमर्थ हरप्रीत ने सच्चाई उगल दी। उसने कबूल कर लिया कि मां के ताने से दुखी होकर उसने जोगिंदर को ईंट से वार करके मारा डाला। हत्या के बाद घर में ताला लगाकर चाभी अंदर फेंक दी थी।
पुलिस को पानी पिलाता रहा हरप्रीत
मृतका जोगिंदर कौर आरोपी हरप्रीत सिंह के पिता स्वर्गीय विक्रमजीत सिंह की मौसी थी। दोनों का घर नंदाचोर में थोड़ी ही दूर पर है। जोगिंदर की हत्या की सूचना मिलने पर रिश्तेदार व सगे संबंधी वहां पहुंचने लगे। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। उस पर किसी को शक न हो इसीलिए हरप्रीत घर में अफसोस करने वालों से ज्यादा ही सहानुभूति जता रहा था। पुलिस को भी वही पानी पिलाता रहा। मगर, कानून के लंबे हाथ कुछ ही देर में उसकी गर्दन तक पहुंच ही गए। अविवाहित हरप्रीत गांव में ही मोबाइल फोन की दुकान करता है।