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मॉडल कॉलेज में 60 प्रतिशत से ज्यादा पोस्टें खाली

लोकेश चौबे, होशियारपुर वर्ष 2013 में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की बैठक के दौरान पंजाब के तीन

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 05:57 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 05:57 PM (IST)
मॉडल कॉलेज में 60 प्रतिशत से ज्यादा पोस्टें खाली

लोकेश चौबे, होशियारपुर

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वर्ष 2013 में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की बैठक के दौरान पंजाब के तीन कॉलेजों को मॉडल कॉलेज के लिए चुना गया। इनमें से एक सरकारी कॉलेज मोहाली, दूसरा पटियाला व तीसरा सरकारी कॉलेज होशियारपुर है, लेकिन इस कॉलेज को मॉडल कॉलेज बनाने के लिए कुछ नहीं किया गया। कारण है कि आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए रुसा स्कीम के अंतर्गत फंड तो दिए जा रहे हैं, लेकिन कॉलेज में लेक्चररों के मंजूर पद अर्से से खाली हैं। इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। 1927 से ही इस कॉलेज ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत नाम कमाया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसे अर्थ शास्त्री इस कॉलेज ने पैदा किए, लेकिन अब सरकारी कॉलेज में अगर हम क्लालिटी ऑफ एजुकेशन की बात करें तो वह बेमानी है। सरकारी कॉलेज होशियारपुर में अलग-अलग विषयों के लगभग चार हजार विद्यार्थी पढ़ते हैं। वहीं कॉलेज में लगभग हर विषय के लेक्चररों के पद खाली है। सिर्फ टीचिंग ही नहीं नॉन टीचिंग स्टाफ की भी यही स्थिति है। अब इसे विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे।

कॉलेज में एक नवंबर 2014 से प्रिंसिपल की पोस्ट खाली है। इस कॉलेज में भी आरजी तौर पर जालंधर के सरकारी स्पो‌र्ट्स कॉलेज की प्रिंसिपल को चार्ज दिया गया है। कॉलेज में मंजूर 106 लेक्चरार पदों में से 40 पर रेगुलर लेक्चरर है। 42 पोस्टें अलग-अलग विषयों के पद खाली है। 23 पोस्टों पर पार्ट टाइम प्राध्यापक रखे हैं व गणित की एक पोस्ट ठेके पर है। 33 गेस्ट फैकल्टी लेक्चरर है, जिनकों विद्यार्थियों से लिए जा रहे पीटीए फंड के वेतन से रखा है, जिनको लमसम 10 हजार रुपये प्रति माह व साल में सिर्फ आठ से दस माह का वेतन दिया जाता है। कॉलेज में पंजाबी विषय की 15 मंजूर पोस्टों में से 10 पोस्ट खाली हैं। इतिहास की पोस्ट 2005 से खाली है। राष्ट्रीय भाषा हिंदी की पोस्ट 2009 से खाली, अर्थशास्त्र की एक पोस्ट नवंबर 2011 से, बॉटनी की सितंबर 2010, गणित की सितंबर 2011 से, राजनीतिक शास्त्र की 2007 से, अंग्रेजी की 2013 से, जूलॉजी की 2011 से खाली पड़ी है। इसी तरह लाइब्रेरियन की दो मंजूर पोस्टों में से दोनों ही खाली हैं। नॉन टीचिंग दर्जा तीन कर्मचारियों की कुल 47 पोस्टें मंजूर हैं, जिनमें से 23 पोस्ट खाली हैं।

हॉस्टल सुपरिटेंडेंट की एक पोस्ट खाली, दर्जा चार कर्मचारियों की मंजूर 37 पोस्टों में से 17 खाली हैं। इनमें बेलदार की तीन से दो खाली, चौकीदार की छह में से चार खाली, सफाई सेवक, सेवादार, लाइब्रेरी अटेंडेंट आदि की पोस्टें खाली हैं।


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