8-8बी) दो दिन में एक दर्जन लोग बने कुत्तों का शिकार
वरिंदर बेदी, होशियारपुर : शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर लावारिस कुत्तों ने करीब एक दर्जन के करीब लोगो
वरिंदर बेदी, होशियारपुर : शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर लावारिस कुत्तों ने करीब एक दर्जन के करीब लोगों को अपना शिकार बनाया। यही नहीं, उन्हें छुट्टी के चलते सिविल अस्पताल से एंटी रैबीज टीके नहीं उपलब्ध हो पाए और महंगे दामों पर बाहर से खरीदने पड़े।
शुक्रवार बाद दोपहर होशियारपुर के सिविल अस्पताल में लावारिस कुत्तों द्वारा काटे गए मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। शाम ढलने तक लगभग दो दर्जन के करीब लोग सिविल अस्पताल में अपना इलाज करवाने पहुंच थे।
शनिवार भी आवारा कुत्ते के काटने का शिकार एक मरीज सिविल अस्पताल में अपना इलाज करवाने पहुंचा। हालांकि स्टोर खुला होने के कारण किसी मरीजों को सिविल अस्पताल में ही एंटी रैबीज टीके लेने में कोई परेशानी नहीं आई। अस्पताल स्टाफ के मुताबिक सिविल अस्पताल में एंटी रैबीज टीकों का स्टाक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
शुक्रवार को सिविल अस्पताल में अपना इलाज करवाने आए करनैल सिंह पुत्र प्यारा राम निवासी पिपलांवाला ने कहा कि वह करीब ढ़ाई बजे के करीब अपने मोहल्ले में गली से गुजर रहा था, तभी एक लावारिश कुत्ते ने पीछे से उनकी टांग पर काट लिया।
अवतार सिंह पुत्र करम सिंह निवासी पिपलांवाला ने बताया कि वह शाम को अपने घर जा रहा था कि एक भूरे रंग के लावारिस कुत्ते ने पीछे से उन्हे काट लिया। वह सिविल अस्पताल में अपना इलाज करवाने आए है। मगर यहां स्टोर बंद होने के कारण उन्हे टीके बाहर से मंहगे दामों पर खरीदने को मजबूर होना पड़ा।
इसी तरह जीत राम पुत्र लाल चंद, मलकीत सिंह पुत्र जसविंदर सिंह, जसवंत सिंह पुत्र ध्यान सिंह, शशी देवी पत्नी मलकीत सिंह सभी निवासी पिपलांवाला को लावारिस कुत्ते ने अपना शिकार बनाया।
गंाव काहरी में आवारा कुत्ते
की दहशत
गांव काहरी में भी भूरे रंग के लावारिस कुत्ते ने गीता रानी पत्नी रविंदर कुमार, बलविंदर सिंह पुत्र शाह बादशाह, राजविंदर कौर पुत्री जोगिंदर सिंह, प्यारा लाल पुत्र उधो राम, कश्मीर सिंह पुत्र बलविंदर सिंह, सतीश कुमार पुत्र रमन दास को अपना शिकार बनाया। शनिवार को भी सिविल अस्पताल में एक आवारा कुत्ते द्वारा काटे जाने का मामला आया। गांव पट्टी निवासी परमजीत सिंह पुत्र तारा राम भी भूरे रंग के आवारा कुत्ते के काटने का शिकार हुए।