परमात्मा को जाने तो एक हो मानव: महात्मा एएस संधू
संवाद सहयोगी, दसूहा संत निरंकारी मिशन ने हर वर्ष दिल्ली में करवाए जाने वाले अंतराष्ट्रीय संत समाग
संवाद सहयोगी, दसूहा
संत निरंकारी मिशन ने हर वर्ष दिल्ली में करवाए जाने वाले अंतराष्ट्रीय संत समागम को समर्पित मानव एकता सम्मेलन दसूहा में महावीर मंदिर के खुले मैदान में करवाया। समागम में पूर्ण सतगुरु से परमात्मा का ज्ञान पा संसार में मानव एकता स्थापित करने, मिल-बरतन की भावना को मजबूती देने व मानवता के कल्याण के लिए योगदान देने के संदेश दिया। संत समागम में विशेष तौर पर शामिल हुए महात्मा एएस संधू जी जोनल इंचार्ज संत निरंकारी मिशन, महात्मा डॉ. एसपी सिंह संयोजक दसूहा, महात्मा सुरिंदर सोखी संयोजक तलवाड़ा, महात्मा राजिंदर डिंपल जर्मन, लखविंदर सुमन मुखी बुल्लोवाल, मुखी दर्शन लाल हाजीपुर का स्वागत समागम प्रबंधक राजीव वर्मा राम शिंगार ज्वैलर व शादी लाल ने किया। इस अवसर पर महात्मा एएस संधू जी ने कहा कि इंसानी जन्म का मुख्य उद्देश्य ही परमात्मा को जानना है जो कि पूर्ण सतगुरु की शरण में जा कर पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथों में परमात्मा की पहचान बताई गई है कि परमात्मा हर स्थान पर है, निराकार, अजन्मा, अन्नत व योनियों से रहित है, बेरंगा है व सभी रंगों की उत्पति इसमें से ही होती है। अंग-संग बस रहे परमात्मा का ज्ञान एक पल में हो सकता है। महात्मा संधू जी ने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज इंसान को परमात्मा की जानकारी देकर इंसानियत से प्यार करना सिखा रहे हैं। इस अवसर पर महात्मा डॉ. एसपी सिंह दसूहा, महात्मा एसएस सोखी, पि्रं. जीके द्विवेदी, दर्शन लाल मुखी हाजीपुर, लखविंदर सुमन, राजिंदर डिंपल, जोगिंदर प्रेमी आदि ने कहा कि गुरुओं, पीर-पैगंबरों के दर्शाए गए मार्ग पर चलते हुए परहित की भावना को मजबूती देना हर गुरसिख का परम कर्तव्य है। इस अवसर पर राजीव वर्मा राम, रणधीर सिंह भाटिया, बलदेव सिंह, मास्टर रेशम सिंह संचालक, सुख लाल, शादी लाल, शाम वर्मा, भारी संख्या में अन्य गणमान्य शख्सियतें व संगत उपस्थित थी।