जानें- कुवैत में पाकिस्तानी के कब्जे से छूट कर कैसे भारत पहुंची वीना, रौंगटे खड़े कर देगी दास्तां
गुरदासपुर की महिला वीना कुवैत से मुक्त होकर घर पहुंच गई है। वीना की मुक्ति की दास्तां रोचक है लेकिन पाकिस्तानी शेख के चंगुल में उनको दिल दहला देने वाली यातनाएं झेलनी पड़ी।
गुरदासपुर/यमुनानगर, [सुनील थानेवालिया/ पोपीन पंवार]। एजेंट के झांसे में आकर कुवैत में फंसी गुरदासपुर के धारीवाल की वीना की मुक्ति की कहानी किसी फिल्म सरीखी है। वीना को कुवैत में पाकिस्तानी शेख के कब्जे से मुक्त कराने और वहां से भारत लाए जाने की दास्तां बेहद रोचक है। लेकिन इन सबके बीच क्रेडिट लेने की कोशिश में सांसद सनी देयोल निशाने पर आते नजर आ रहे हैं। उन पर वीना की रिहाई में भूमिका निभाने का गलत दावा करने का आरोप लगाया जा रहा है। वीना के अनुसार, उनकी रिहाई में कनाडा के हरनेक सिंह रंधावा हेल्पलाइन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वीना को कुवैत में दिल दहला देनवाली यातनाएं दी गईं। उककी हालत को देखते हुए शनिवार को पूरा दिन सिविल अस्पताल में भर्ती रख कर उन पर निगरानी रखी गई। वह वहां गई थीं तो उनका वजन 60 किलोग्राम था, लेकिन लौटीं तो 38 किलो की रह गई थीं। वह बोल भी बमुश्किल पा रही थीं।
60 से घटकर 38 किलो रह गया वजन
वीना भले ही अपने घर पहुंच गई हैं लेकिन उनकी आंखों के आगे से जुल्म के खौफनाक मंजर नहीं हट रहे हैं। वहां से लौटने के बाद वीना को शनिवार को पूरे दिन सिविल अस्पताल रचा कर उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी गई। उन्हें जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी की सचिव राणा कंवरदीप सिविल अस्पताल ले गईं थीं। यहां पूरे दिन इलाज के बाद शाम को उन्हें घर भेज दिया गया।
शेख ने की जुल्म और सितम की इंतहा
वीना ने बताया कि कुवैत में उन्हें भूखा रखने के साथ-साथ मारपीट की जाती थी। जब वह वहां गईं थी तो उनका वजन 60 किलो था। आज मात्र 38 किलो है। इसीलिए, उनका शरीर अभी ठीक से काम नहीं कर रहा है। जुलाई 2018 में एक एजेंट के झांसे में आकर वह कुवैत चली गईं थीं। वीना ने बताया कि एजेंट ने उन्हें बताया था कि वहां उन्हें तीन बच्चों की देखरेख करनी है। इसके बदले में उन्हें अच्छे पैसे मिलेंगे।
वीना ने बताया कि कुवैत पहुंचने पर उन्हें जल्दी ही पता चल गया कि उनके साथ धोखा हुआ है। वहां उन्हें एक पाकिस्तानी मूल के शेख ने बंधुआ बना लिया। वीना ने बताया कि उनसे घर का सारा काम करवाया जाता था। वे लोग अक्सर उनके साथ मारपीट भी करते थे। उन्होंने उनका मोबाइल भी छीन लिया था। इस कारण वह घरवालों से भी बातचीत नहीं कर पा रही थीं।
वीना बोलीं कि अपने घर पर आधा पेट खाना ही बहुत अच्छा है। कोई भी वतन छोड़कर दूसरे मुल्क न जाए। वहां पर उनके साथ अत्याचार हुआ। घर के काम के अलावा शेख के बच्चों को संभालती थी। फिर भी उनके साथ मारपीट होती थी और भूखा रखा जाता था। इधर, पत्नी की परेशानी की चिंता में 21 मई, 2019 को उनके पति सुरेंद्र की धारीवाल में हार्ट अटैक से मौत हो गई। वीना को इसकी सूचना उनके बेटे रोहित बेदी ने किसी तरह पहुंचाई।
वीना ने बताया कि जब उन्होंने शेख को अपने पति की मौत के बारे में बताया और वतन जाने की इच्छा जताई तो वह कहने लगा ऐसे तो रोजाना लाखों लोग मरते हैं। अगर तुम्हारे पति की भी मौत हो गई तो क्या हुआ। तमाम मिन्नतें करने के बाद भी उसका दिल नहीं पसीजा। उसने एक साल काम करवाने के बदले कोई पैसा भी नहीं दिया। वीना ने भावुक होकर कहा कि वह अपने बेटे के प्रयास से आज सुरक्षित अपने घर पहुंच सकी हैं।
वीना ने मुक्त कराने के लिए हरनेक सिंह रंधावा हेल्पलाइन का जताया आभार
वीना ने बताया, शेख कहना था कि मैंने तुमको 1200 दिनार में खरीदा है। इसके बाद हरनेक सिंह रंधावा हेल्पलाइन ने मुझे उसके चंगुल से छुड़ाया। कुवैत से हेल्पलाइन के सदस्यों ने एयर टिकट का प्रबंध करके उन्हें भारत भेजा। इसके लिए उन्होंने हरनेक रंधावा हेल्पलाइन का आभार व्यक्त किया। हेल्पलाइन की ओर से 13 जुलाई को वीना को वापिस लाने का काम शुरू किया गया था। फिर, 11 दिन की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार सफलता हाथ लगी ।
वतन वापसी में नहीं सांसद सनी देयोल का हाथ
अब तक यही माना जा रहा था कि वीना की वतन वापसी में गुरदासपुर के सांसद सनी देयोल की भूमिका है। हालांकि अब सामने आया है कि हरनेक सिंह रंधावा हेल्पलाइन कनाडा के प्रयासों से वह दोबारा अपने घर लौट पाई हैं। वीना के बेटे रोहित बेदी ने बताया कि उन्होंने सांसद सनी देयोल सहित कई लोगों से मां को वापस लाने के लिए गुहार लगाई थी लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। आखिर में उन्होंने हरनेक रंधावा हेल्पलाइन कनाडा से संपर्क किया। उन्होंने उनकी मां को वापस लाने में उसकी बहुत मदद की है।
हरनेक रंधावा हेल्पलाइन ने 11 दिन में मुक्त कराकर भेजा वतन
यमुनानगर जिले के थाना छप्पर गांव निवासी हरनेक रंधावा सिंह कनाडा से एक हेल्पलाइन चलाते हैं। वह विदेश में फंसे कई भारतीयों की मदद कर उनकी देश वापसी में असह भूमिका निभा चुके हैं। अब 11 माह से कुवैत में पाकिस्तानी शेख की कैद से फंसी तीन बच्चों की मां वीना को मुक्त कराकर वह फिर चर्चाओं में हैं।
हेल्पलाइन ने 13 जुलाई से वीना को कुवैत में शेख की चंगुल से छुड़ाने की मुहिम शुरू की और मुहिम शुरू की और सिर्फ 11 दिन में इसमें कामयाबी हासिल की। वह कुवैत से शुक्रवार को चंडीगढ़ पहुंचीं और इसके बाद गुरुदासपुर लाई गईं। वह बच्चों से मिलीं तो नजारा भावुक कर देनेवाला था। मां और बच्चे एक-दूसरे से लिपट कर फूट-फूट कर रोने लगे।
वीना की रिहाई में गुरदासपुर की डिस्टिृक लीगल अथोरिटी की सेक्रेटरी राणा कंवरदीप कौर की अहम भूमिका रही। राणा कंवरदीप कौर ने हरनेक सिंह रंधावा हेल्पलाइन कनाडा को महिला को कुवैत की मानव तस्करी से मुक्त कराने के रेस्क्यू के लिए प्रशस्ति पत्र दिया है। गुरदासपुर के सांसद सनी देओल पर फेसबुक आइडी ये मामला पोस्ट पर क्रेडिट लेने की कोशिश करने का आरोप लगा है। ग्रुप के सदस्यों ने इस पर रोष जताया है उनका कहना है कि कुवैत में हेल्पलाइन के साथियों ने महिला को तलाशने में बड़ी मेहनत की। अब बेवजह सनी देयोल क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं।
शेख बोल रहा था 12 सौ दीनार में खरीदा है
रंधावा हेेल्पलाइन चलाने वाले हरनेक रंधावा ने बताया कि विदेश में रहने वाले भारतीयों की मदद के काफी समय से हेल्पलाइन चल रहे हैं। इसके चार हजार सदस्य है, जो अलग अलग देशों में काम करते हैं। महिला के परिवार के माध्यम से पता चला कि कुवैत में महिला को कैदी बनाकर रखा हुआ है। वहां पर काम करने वाले हेल्पलाइन के सदस्य से बात कर जानकारी जुटाई तो पता चला कि पाकिस्तान के मूल निवासी शेख ने महिला के साथ अन्याय कर रहा है। 11 माह से महिला को वेतन भी नहीं दे रहा है। उसको कैद किया हुआ है। पति की मौत पर भी भारत नहीं आने दिया।
हरनेक रंधावा ने बताया, यह भी पता चला कि वह महिला को परिजनों से बात भी नहीं करने देता है । हर रोज मारपीट होती है। बातचीत में शेख ने बताया कि उसने महिला को 1200 दीनार में खरीदा है। जब खरीद लिया तो रकम क्यों दी जाए। एजेंट ने ही महिला को बेचा था। उनका कहना है कि अरब कई देशों में भारतीय महिलाएं फंसी हैं। इस बारे में एंबेसी को पता है, लेकिन उनको निकाला नहीं जा रहा है।
हेल्पलाइन ने ऐसे किया काम
हरनेक ने बताया कि महिला को बंधक बनाकर रखने वाले शेख का नंबर हेल्पलाइन के ग्रुप पर डाल दिया गया। नंबर आते ही सभी सदस्यों ने बारी-बारी से शेख से बात करना शुरू कर दिया। जब चार हजार लोगों की कॉल शेख पर पहुंचने लगी तो उसका दिन का चैन और रात की नींद उड़ गई। तंग आकर शेख महिला को लौटाने के लिए तैयार हो गया। इस बीच सदस्यों ने 12 सौ दीनार का इंतजाम भी कर लिया, लेकिन बाद में 300 दीनार के खर्च में काम चल गया। कुवैत से हेल्पलाइन के सदस्यों ने महिला का एयर टिकट कराकर भारत भिजवाया।
एजेंट पर केस दर्ज
गुरदासपुर के डीएसपी लखविंदर सिंह का कहना है कि महिला को कुवैत भेजने वाले ट्रेवल एजेंट मुख्तार सिंह के खिलाफ भकेस दर्ज किया हुआ है। महिला का बयान लेने के बाद एजेंट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर चंडीगढ़ में पंजाब लीगल सर्विसेज अथॉरिटी ने महिला की चिकित्सा और मदद के लिए एक लाख रुपये की राशि दी है।
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