Move to Jagran APP

आर्थिक पैकेज से फाउंड्री इंडस्ट्री को मिलेगी गति, उद्यमी बोले- मुश्किल घड़ी में मिला सहारा

राहत पैकेज से बटाला की फाउंड्री इंड़स्ट्री को नई रफ्तार मिलेगी। लंबे समय से आर्थिक मंदी की मार ऊपर से लॉकडाउन के कारण सारा धंधा उनका चौपट कर दिया था।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 15 May 2020 01:34 PM (IST)Updated: Fri, 15 May 2020 01:34 PM (IST)
आर्थिक पैकेज से फाउंड्री इंडस्ट्री को मिलेगी गति, उद्यमी बोले- मुश्किल घड़ी में मिला सहारा
आर्थिक पैकेज से फाउंड्री इंडस्ट्री को मिलेगी गति, उद्यमी बोले- मुश्किल घड़ी में मिला सहारा

बटाला [विनय कोछड़]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस 20 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक पैकेज की घोषणा की, उसमें मध्यम एवं लघु उद्योग को 3.70 लाख हजार करोड़ गत दिवस वित्त मंत्री सीतारमण ने पैकेज देने की घोषणा कर दी थी। केंद्र सरकार के इस राहत पैकेज से बटाला की फाउंड्री इंड़स्ट्री को नई रफ्तार मिलेगी। दरअसल, लंबे समय से आर्थिक मंदी की मार, ऊपर से लॉकडाउन के कारण सारा धंधा उनका चौपट कर दिया था। अब सरकार की आर्थिक मदद से एशिया की जानी-मानी बटाला इंडस्ट्री का पहिया 70 के दशक जैसा तेज घूमेगा। इससे काम को भी नया रूप मिलेगा।

loksabha election banner

उद्यमियों के मुताबिक सरकार ने उनकी लंबे समय की मांग को मानकर उनके डूब चुके सपनों को साकार कर लिया। इस मुश्किल घड़ी में सरकार उनके लिए सहारा बनी है। बता दें, बटाला इंडस्ट्री में कच्चा माल को बढ़िया रुप देकर एशिया की मंडी में भेजा जाता है। एक समय था जब बटाला इंडस्ट्री का डंका एशिया के अलावा विदेश में भी बजता था। हालत खराब होने के बाद यहां पर इंडस्ट्री को आर्थिक रूप से काफी मार पड़ी। जिस कारण यहां के उद्यमियों की स्थिति कमजोर हो गई।

एक समय यहां पर एक हजार से अधिक लघु एवं मध्यम उद्योग के यूनिट चलते थे, अब सिमट कर छह सौ के करीब रह चुके है। कुछ बंद हो चुके है, जबकि कुछ ने अन्य राज्यों में पलायन कर लिया। अब सरकार के राहत पैकेज से इन उद्यमियों में नइ किरण जागी है।

उद्यमी इंद्र सेखड़ी व परमजीत सिंह।

सरकार का कदम सराहनीय

उद्यमी इंद्र सेखड़ी ने कहा कि सरकार द्वारा लघु एवं मध्यम उद्योग जगत के लिए 3.70 लाख हजार करोड़ का राहत पैकेज घोषित करना सरकार का एक सराहनीय कार्य है। पहले भी केंद्र में सरकार आई, मगर उन्होंने हमेशा उद्योग जगत को दरकिनार ही किया। इससे उद्योग जगत से जुड़े हर वर्ग फायदा पहुंचेगा। लंबे समय के लिए सरकार की यह नीति उपयोगी रहेंगी। अब बैंक को भी सौ फीसद इस प्रणाली को लागू करना चाहिए, तभी ही उद्योग जगत को फायदा होगा।

मेक-इन इंडिया के लिए फायदेमंद

उद्यमी परमजीत सिंह ने बताया कि यह राहत पैकेज मेक-इन-इंडिया के लिए काफी फायदे मंद होगा, क्योंकि अब उद्यमियों के पास अपने पैसें होगें तथा उन्हें चाइना पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। स्वदेशी माल तैयार होगा। उद्योग में विकास की नइ किरण नजर आएंगी। इससे नकारत्मक विचारधारा खत्म होगी। यह सरकारी नीति हर उद्यमी के लिए सही फायदा देंगी। इससे उनकी इंडस्ट्री के काम को तेज रफ्तार मिलेंगी।

इंडस्ट्री शुरू होगी

उद्यमी वीएम गोयल ने कहा कि बंद पड़ी इंडस्ट्री शुरू होगी। उद्यमियों को काम बढ़ाने का अवसर मिलेगा, क्योंकि सरकार उन्हें राहत पैकेज के तौर पर पैसा देगी। माल खरीदने के लिए उनके पास पैसे की कमी नहींं होगी। उत्पादन को तेज रफ्तार मिलेंगी। जिन श्रमिकों ने पलायन करना शुरू कर दिया था, उन्हें अब फैैैैैैैक्टरी में दोबारा से काम करने के लिए अवसर मिल जाएगा। यह राशि बिजली के बिल का भुगतन, बैंक की किश्तें, श्रमिकों की सैैलरी तथा नया माल खरीदने में मददगार होगी।

किस प्रकार का है राहत पैकेज

केंद्र सरकार ने लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए 3.70 लाख हजार करोड़ का राहत पैकेज जारी किया है। उसमें 3 लाख हजार करोड़ बंद पड़ी इकाइयों के लिए, 50 हजार करोड़ उद्योग जगत की वर्किंग केपिटल बढ़ाने के लिए, 20 हजार करोड़ उन औद्योगिक यूनिट के लिए, जिनकी सेल कम हो चुकी है तथा बैंक में उनका खाता एनपीए में चला गया है। खास बात यह है कि इसमें सरकार इन्हें पैसा चार साल के लिए देंगी, जिसमें एक साल कोई ब्याज नहींं तथा तीन साल में पूरे पैसे लौटाने होंगे। यह पैसे उद्यमियों को उनकी वर्किंग केपिटल के 25 फीसद हिसाब से दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.