आ गए दिन फेर लारे लाण दे..
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर पंजाबी साहित्य सभा गुरदासपुर की मासिक बैठक रविवार को राम सिंह दत्त यादगार
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर
पंजाबी साहित्य सभा गुरदासपुर की मासिक बैठक रविवार को राम सिंह दत्त यादगारी हाल में प्रो.कृपाल सिंह योगी की अध्यक्षता आयोजित की गई। यह बैठक प्रसिद्ध हास्य व्यंग लेखक मरहूम स.प्यारा सिंह दाता को समर्पित थी।
बैठक का आगाज कामरेड मुलख राज के गीत 'आ गए दिन फेर लारे लाइण दे.' के साथ हुआ। रजनीश वशिष्ट ने गजल 'ना हिन्दू है मरदा है, न मुस्लमान है मरदा..', राजन त्रेड़िया ने बाल कहानी करमां दा फल, अजमेर पाहड़ा ने नजम मां, प्रिंसिपल राज कुमार ने कहानी नसीहत, प्रो. गुरमीत सिंह बाजवा ने व्यंग दोहे, डॉ.हस्तीर, सुभाष दीवाना और सुनील कुमार ने गजलें पेश की डॉ.अवतार सिंह ने मिन्नी कहानी, तरसेम सिंह ने लेख बिखड़े पैंडियां दे अणजान पाधी, प्रो.कृपाल सिंह योगी ने व्यंग लेख रात के व्यापारी पेश किया। जनक राज कंवल ने उर्दु गजल पेश की। सोहन सिंह, अश्वनी कुमार, दलबीर सिंह, बचन सिंह आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कार्रवाई के अंत में प्रसिद्ध नावलकार गुरदयाल सिंह व सभा के सदस्य राजन त्रेड़िया की माता के अचानक निधन पर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। सभा के सरपरस्त प्रिंसिपल निशान सिंह ढिल्लों ने उपस्थित साहित्यकारों व साहित्य प्रेमियों का धन्यवाद किया।