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जालीदार नकाब पहनकर मच्छरों से बचाव

संवाद सहयोगी, कलानौर गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही मच्छर की संख्या में वृद्धि के कारण दोपहिय

By Edited By: Published: Thu, 26 Mar 2015 07:37 PM (IST)Updated: Thu, 26 Mar 2015 07:37 PM (IST)
जालीदार नकाब पहनकर मच्छरों से बचाव

संवाद सहयोगी, कलानौर

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गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही मच्छर की संख्या में वृद्धि के कारण दोपहिया वाहन चालकों द्वारा मच्छर के बचाव के लिए चश्मे लगाने की बजाए नेट वाली जाली का नकाब पहन कर वाहन चलाने को पहल दे रहे हैं। इस कारण जाली के नकाब बनाकर बेचने वालों की खूब चांदी बनी हुई है।

इस संबंधी दोपहिया वाहन चालक मनजीत सिंह, सुखदेव सिंह, सुखविन्दर सिंह, दौलत सिंह, गुरप्रीत सिंह, रवेल सिंह, लखविन्दर सिंह, सोनू, दलजीत सिंह, गुरमुख सिंह आदि ने बताया कि पिछले दिनों से मच्छरों की संख्या में हुई वृद्धि के कारण दोपहिया वाहन चालकों का बुरा हाल है। मोटरसाइकिल, मोपेड आदि चलाते समय अचानक मच्छर उनकी आंखों, मुंह में चले जाने के कारण वाहन का संतुलन बिगड़ जाता है जिस कारण हादसा होना का डर बना रहता है। उन्होंने कहा कि चाहे उनके द्वारा आंखों पर चश्मा लगाकर मोटरसाइकिल चलाया जाता है परंतु इसके बावजूद भी मच्छर उनकी आंखों व मुंह में चला जाता है। मच्छरों से बचाव के लिए नेट वाला कपड़े की जाली वाले मार्केट में बिक रहे नकाब खरीद कर पहने जा रहे हैं। नकाब से जहां उन्हें अच्छी तरह दिखाई देता है वहीं मच्छर उनके मुंह, आंखों में नहीं जाते।

इस संबंधी नकाब बनाकर बेचने वाले सुरेश खुमारी फौजी, विपन कुमार, रणझीत सिंह, सुखविन्दर सिंह ने कहा कि उनके द्वारा एक नकाब 20 से 30 रुपये का विभिन्न साइजों में बेचा जा रहा है। यह नकाब नौजवानों व महिलाओं द्वारा अधिक खरीदा जा रहा है।


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