होली खेले रघुबीरा..युवाओं पर चढ़ा होली का खुमार
राजकुमार राजू, पठानकोट होली खेले रघुबीरा.., आज बिरज में होली..। वीरवार का दिन भले ही ठंडी हवाओं ने
राजकुमार राजू, पठानकोट
होली खेले रघुबीरा.., आज बिरज में होली..। वीरवार का दिन भले ही ठंडी हवाओं ने मौसम में सर्दी ला दी लेकिन ठंडी के बावजूद युवाओं में होली का खुमार सिर चढ़ कर बोल रहा था। शहर के विभिन्न बाजारों में एक तरफ जहां बाइक सवार युवाओं की टोलियां ढोल की थाप पर भंगड़े डालती हुई एक दूसरे को रंगों में डूबो रही थी तो वहीं युवतियां भी इससे पीछे नहीं थीं। वह भी अपनी बाइकों पर सवार होकर अपनी सहेलियों को रंग लगाने अपनी बाइकों को दौड़ा रही थी। कालेज रोड पर तो एक नवविवाहित जोड़े ने खूब गुलाल उड़ाकर होली की खुशियां मनाई।
मेन बाजार बंद तो था, लेकिन..
हालांकि मेन बाजार पठानकोट तथा रेलवे रोड पर होली के दिन अधिकतर दुकानें बंद थी। लेकिन इसमें से भी कई दुकानदारों ने दुकानें खोली और लोगों ने रंगों तथा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व केजरीवाल की पिचकारियां खरीदी।
विधायक संग मनाई फूलों की होली
इधर वन विभाग विश्रामगृह में विधायक अश्वनी शर्मा के संग व्यापार मंडल पठानकोट के सदस्यों ने पहले शिमला पहाड़ी पर ढोल की थाप पर भंगड़ा डाला फिर वन विभाग में विधायक अश्वनी शर्मा के संग फूलों से होली का त्योहार मनाया। इस अवसर पर विधायक अश्वनी शर्मा ने सभी को होली पर्व की बधाई दी। इस मौके पर प्रधान राजेश शर्मा, चेयरमैन सुनील महाजन, चाचा वेद प्रकाश महाजन,भारत महाजन, रमेश अरोडा, विकास विग, अजय कोहली, कुलदीप सिंह, करण कुंद्रा, एलआर सोढी, राकेश शर्मा, रमेश शर्मा, बिट्टू भंडारी के अतिरिक्त अन्य भी थे।
सिविल अस्पताल में भी मनाया होली का त्योहार
पठानकोट सिविल अस्पताल में भी सभी डाक्टरों द्वारा सिविल सर्जन डा. अनिल महेंद्रा के संग जमकर होली का त्योहार मना एक दूसरे को मुबारकबाद दी। इस अवसर पर सहायक सिविल सर्जन डा. नैना सलाथियां, डीएचओ तरसेम सिंह, एसएमओ डा.भूपेंद्र सिंह, डा.सुनील, डा. ओपी विग के अतिरिक्त अन्य भी थे।
पीटीके-57 व 58 में है।
आंखों व चमड़ी को घटिया रंगों से बचाए
इधर नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. केडी सिंह की माने तो उन्होंने कहा कि जहां तक रंगों का सवाल है घटियां किस्म के रंगों को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्यों कि यदि घटिया किस्म का रंग आंखों में चला जाये तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है। यदि आंखों में रंग चला जाये तो आंखों को मसले नही, तुरंत साफ पानी के छींटे मारकर आंखों को साफ कर लेना चाहिए।
हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें : डा. धर्मपाल
इधर चमड़ी रोग विशेषज्ञ डा.धर्मपाल की माने तो उन्होंने कहा कि आजकल घटिया किस्म के रंग मार्केट में उपलब्ध है ऐसे में घटिया रंगों का इस्तेमाल चमड़ी के लिए नुक्सान दायक है। हमेशा हमें यदि रंगों का इस्तेमाल करना हो तो फिर हर्बल रंगों का इस्तेमाल ही करें क्यों कि हर्बल जो है वह चमड़ी को नुक्सान नहीं पहुंचाता। घटिया किस्म के रंगों से खाज तथा कई प्रकार के चमड़ी रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। इस लिए घटिया किस्म के रंगों से बचना चाहिए।