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प्रापर्टियों पर भी कसने लगा शिकंजा

प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर कालेधन पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक से अभी लोग उबर भी नहीं पाए

By Edited By: Published: Fri, 09 Dec 2016 03:02 AM (IST)Updated: Fri, 09 Dec 2016 03:02 AM (IST)
प्रापर्टियों पर भी कसने लगा शिकंजा

प्रदीप कुमार ¨सह, फिरोजपुर

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कालेधन पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक से अभी लोग उबर भी नहीं पाए थे, कि उनकी प्रापर्टियों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। आयकर विभाग द्वारा नगर कौंसिल को पत्र भेजकर उन सभी लोगों की जानकारी मांगी गई है जो कि नगर कौंसिल परिक्षेत्र में बड़ी-बड़ी कोठियों में रहते हैं।

सूत्र बता रहे हैं कि आयकर की क्राइम ब्रांच अमृतसर द्वारा पहले चरण में पांच हजार स्क्वायर क्षेत्रफल में बनी इमारतों की डिटेल मांगी गई है, जबकि दूसरे चरण में आयकर विभाग दो हजार स्क्वायर क्षेत्रफल में बनी इमारतों की डिटेल मांगी जा रही है। कुछ कौंसिलों को दूसरे चरण के तहत मांगी गई सूचनाओं को पत्र मिल भी गया है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग नगर कौंसिल से पास किए गए नक्शों के आधार पर बड़ी कोठियों के मालिक तक पहुंचना चाह रहा है, जिससे वह संबंधित प्रापर्टियों के बारे में सही जानकारी हासिल कर सके कि कैसे उन्होंने यह इमारत खड़ी की।

नक्शों की सूचना भेज दी : ईओ

फिरोजपुर नगर कौंसिल के ईओ धर्मपाल ¨सह ने बताया कि आयकर विभाग अमृतसर की ओर से उन्हें जो पत्र मिला था उसमें पांच हजार स्क्वायर मीटर से अधिक क्षेत्रफल में बनी इमारतों के पास किए गए नक्शे की डिटेल मांगी गई थी। यह सूचना 2011-12 लेकर अब तक पास हुए नक्शों के आधार पर देनी थी, जो उन्होंने भेज दी है। उन्होंने बताया कि संयोग से इस अवधि में नगर कौंसिल फिरोजपुर से इतने बड़े क्षेत्रफल में इमारत बनाने का किसी द्वारा नक्शा नहीं पास करवाया गया है।

बगैर नक्शे पास बनी इमारतों व 2011 के पहले बनी इमारतों का भी जुटाया जा रहा है रिकार्ड

कौंसिल सूत्रों के अनुसार पांच हजार स्क्वायर मीटर में जिले की विभिन्न नगर कौंसिलों में कई दर्जन मैरिज पैलेस, कोल्ड स्टोरेज, स्कूल, शेलर, दुग्ध प्लांट, कालेज व अन्य उद्योग-धंधे चल रही है। हालांकि इनमें से ज्यादातर के 2011 से पहले नक्शे पास होने की बात की जा रही है। फिर भी जिले की सभी नगर कौंसिल द्वारा यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है उनके अधिकार क्षेत्र में कितने ऐसी व्यवसायिक इमारतें है जो कि पांच हजार स्क्वायर क्षेत्रफल से अधिक में बनी है। ऐसे में हाल के दिनों में बने कुछ मैरिज पैलेसों व स्कूलों द्वारा नक्शा न पास करवाए का भी मामले का आंकड़ा जुटाया जा रहा है।


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