शहादत दिवस पर घटी लोगों की तादात
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर ''सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर
''सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है''।
हुसैनीवाला बार्डर स्थित शहीद भगत ¨सह, सुखदेव व राजगुरु के समाधि स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम न आना दु:खद कहा जा रहा है। समाधि स्थल पर लोग न आकर सुबह से शाम तक सोशल मीडिया पर शहीदों की प्रतिमाओं वाली फोटो व स्टेटस लाइक व शेयर करते रहे।
समाजसेवी डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि वीरवार को समाधि स्थल पर यदि फाजिल्का से 1400 साइकिल सवारों का जत्था न आया होता तो पूरा मेला ही खाली दिखाई देता। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस सरकार का यह पहला कार्यक्रम था। इसमें उनके वित्तमंत्री भी पहुंचे थे और चार विधायक भी। फिर भी भीड़ के नाम पर कांग्रेस के लोग नाममात्र दिखाई दिए।
गत वर्ष सभी पार्टियों का दिखा थी हुजूम
विधानसभा चुनाव में युवाओं का लाभ पाने की चाह में सभी राजनीतिक दलों द्वारा हजारों की तादात में भीड़ जुटाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बहाने अपनी रोटियां सेकी गई, परंतु इस चुनाव खत्म होने के बाद यह लोग शहीदों को नमन करने नहीं आए।