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साइंस व टेक्नोलॉजी में नाम कमा रही यूनिवर्सिटी : डॉ. गुरमोहन

जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी शुरू से ही साइंस तथा टेक

By Edited By: Published: Mon, 21 Sep 2015 06:28 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2015 06:28 PM (IST)

जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब

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श्री गुरु ग्रंथ साहिब व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी शुरू से ही साइंस तथा टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्राप्तियां करती आ रही है। यूनिवर्सिटी के अध्यापकों तथा छात्रों की ओर से हमेशा नई खोज की जाती है। इस बात का अंदाजा यूनिवर्सिटी के सहायता प्रोफेसरों को भारत सरकार द्वारा दिए गए तीन खोज प्रोजेक्टों से लगाया जा सकता है।

भारत सरकार ने यूनिवर्सिटी के बाइयोटेक्नालेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. रू¨पदर कौर, डॉ. प्रीति राजेश तथा नैनोटेक्नालेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. दीपक कक्कड़ को एसईआरबीडीएसटी के प्रोजेक्टों के लिए चुना गया है।

डॉ. रू¨पदर कौर ने कहा कि कृषि करते समय किसानों तथा मजदूरों को काफी नुकसानदायक कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करना पड़ता है। इन कीटनाशकों के कारण उनके शरीर को कई तरह की बीमारियां लग जाती है। इस कारण उनके डीएनए टेस्ट करने में मुश्किल का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्तियों के लिए अपने इस प्रोजेक्ट में वह नई तकनीकों को ढूंढने का प्रयास करेंगे, जिससे कि डीएनए टेस्ट करने में कोई मुश्किल न आए।

नैनोटेक्नोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. दीपक कक्कड़ के प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य मिट्टी तथा पानी जैसे बहुमूल्य साधनों को कीटनाशकों के खतरे से बचाना है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. गुरमोहन ¨सह ने इन प्रोफेसरों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी यूनिवर्सिटी के अध्यापकों को भारत सरकार की ओर से लगभग 2.5 करोड़ के 8 खोज प्रोजेक्ट मिल चुके हैं।


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