कबड्डी खिलाड़ी हरमनदीप बनेगी आइपीस अधिकारी
जागरण संवाददाता ,फरीदकोट जिले में प्रथम तीन स्थानों पर रहने वाले विद्यार्थी आइपीएस अधिकार
जागरण संवाददाता ,फरीदकोट
जिले में प्रथम तीन स्थानों पर रहने वाले विद्यार्थी आइपीएस अधिकारी, डॉक्टर, आइएएस अधिकारी या विदेश जाकर उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते है।
जिले मे सबसे ज्यादा 633 अंक हासिल करके पहला स्थान हासिल करने वाली संत मोहन दास स्कूल कोटसुखीया की हरमनदीप कौर स्टेट लेवल की कबड्डी खिलाड़ी है और पढ़ाई में भी बहुत होशियार है। वह साधारण परिवार से पिता लखबीर ¨सह प्राइवेट जाब करते है और माता ग्रहणी है। उसको पढ़ाई व खेल दोनों में पूरी दिलचस्पी है और उसका लक्ष्य है कि आइपीएस अधिकारी बनकर पंजाब व देश की सेवा कर सके और भ्रष्टाचार को खत्म करने में अपना योगदान दे सके।
आइएएस अधिकारी बनेगा करणबीर ¨सह
महात्मा गांधी स्कूल फरीदकोट की शान व जिले में दूसरे स्थान हासिल करने वाले करणबीर ¨सह साधारण परिवार से है,उसके पिता गुरमेज ¨सह वर्कशॉप चलाते हैं और वह पढ़ाई को पूरी तवज्जो देता है। उसकी इच्छा है कि वह आइएएस अधिकारी बनकर समाज की सेवा कर सके और देश की तरक्की में अपना योगदान डाल सके। उसका मनपसंद विषय राजनीतिक शास्त्र है।
तीसरे नंबर आने वाली जगदीप कौर विदेश जाकर करना चाहती है पढ़ाई
-जिले में तीसरे स्थान पर आने वाली जगदीप कौर के पिता ¨सकदर ¨सह खेतीबाड़ी का काम करते है,और वह विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहती है,ताकि वह
अपने परिवार का नाम रोशन कर सके,उसका मनपसंद विषय अंग्रेजी है। उसको संगीत में भी रुचि है। जगदीप की माता घरेलू कामकाज करती है। वह अपनी दिन चर्या में पढाई के साथ साथ हल्का व्यायाम को शामिल करती है,और टीवी सीरियल देखने में भी रुचि रखती है।
इसी प्रकार मेरिट लिस्ट में आए बाजाखाना हंसराज मेमोरयल स्कूल की पवनदीप कौर डॉक्टर बनना चाहती है। संत मोहन दास स्कूल की हरजीत कौर विदेश जाकर उच्च शिक्षा हासिल करना चाहती है। संत मोहन दास स्कूल की अर्शप्रीत कौर डॉक्टर बनना चाहती है और अपने माता पिता का नाम रोशन करना चाहती है।
महात्मा गांधी स्कूल की लीजा जिसके पिता सत्पाल डीजे का काम करते हैं। वह डाक्टर बनना चाहती है। इसी प्रकार महात्मा गांधी स्कूल की रोजी के पिता अमृत लाल इसी स्कूल में माली का काम करते हैं, वह डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करने की इच्छा रखती है। महात्मा गांधी स्कूल की ही अनिकेता के पिता सुनील कुमार स्कूल का ऑटो चलाते हैं, वह डॉक्टर बनना चाहती है।