कर्मचारी बीमा निगम ने फ रीदकोट में खोला कार्यालय
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : कर्मचारी बीमा निगम ने फरीदकोट में अपना कार्यालय खोला है, शनिवार को इसक
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : कर्मचारी बीमा निगम ने फरीदकोट में अपना कार्यालय खोला है, शनिवार को इसका उद्घाटन माननीय प्रो. सरदार साधु सिंह, सासद फ रीदकोट ने किया।
सासद ने कहा कि फ रीदकोट में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अंर्तगत आने वाली कल्याण योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है और इसे सब से ज्यादा गरीबों के हितों का ध्यान रखने वाली योजना के बारे में बताया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्यालय खुलने से इस क्षेत्र के कामगार/श्रमिक भी सामाजिक सुरक्षा संबंधी चिंताओं से मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने ईएसआइ अधिकारियों को फ रीदकोट में ईएसआइ योजना के कार्यान्वयन के लिए अपने सहयोग का आश्वासन दिया।
कर्मचारी बीमा निगम बीमाकृत व्यक्तियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने तथा नियोजकों से बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए देशभर में जिला कार्यालय अन्य स्थानों सहित उन जिला मुख्यालयों में खोलने जा रहा है, जहां निगम के कार्यालय नहीं हैं। इसके तहत निगम ने पंजाब में कुल नौ जिला कार्यालय खोले जाने का निर्णय लिया गया है। पहले चरण में क्षेत्रीय कार्यालय नवाशहर, मुक्तसर, फ रीदकोट, मानसा और तरनतारन में खोले जा रहे हैं।
निगम के क्षेत्रीय निर्देशक एमके आर्य ने पंजाब प्रदेश में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के विस्तार एवं सुधार हेतु भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताया। कर्मचारी राज्य बीमा योजना, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत विश्व की सबसे बड़ी बहुआयामी सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो श्रमिकों तथा इनके आश्रितजनों को बीमारी, प्रसूति और रोजगार चोट या व्यवसायिक रोग के कारण मृत्यु अथवा नि:शुक्तता जैसी आकस्मिकताओं में सुरक्षा प्रदान करती है। जिला कार्यालय अपने समीपवर्ती जिलों के बीमित व्यक्तियों व नियोजकों को भी अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे।
रमाकांता भारद्वाज ने क्षेत्र में योजना लागू करने के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी बताया कि 2017 में 8-10 करोड़ बीमित व्यक्तियों की संख्या हो जाएगी व उनके परिवार के सदस्यों को मिलाकर कुल लाभार्थियों की संख्या 40-50 करोड़ हो जाएगी। इस कार्यक्रम में राज मणि यादव, सदस्य क्षेत्रीय बोर्ड कर्मचारी बीमा निगम पंजाब व चंडीगढ़ , पीके नरूला, संयुक्त निर्देशक (प्रभारी) लुधियाना व जालंधर तथा गुरचरण सिंह, प्रिंसिपल, डॉ. एसएस बराड़ तथा निगम के अन्य अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे।