एफडीके 7--वकीलों ने अदालत के बाहर जलाई संशोधन की कापियां
संवाद सहयोगी, फरीदकोट बार कौंसिल आफ इंडिया के आहवान पर जिला बार एसोसिएशन ने अदालत का बायकाट कर हड़त
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
बार कौंसिल आफ इंडिया के आहवान पर जिला बार एसोसिएशन ने अदालत का बायकाट कर हड़ताल की। लॉ कमिशन की ओर से एडवोकेट एक्ट 1961 में संशोधित की कापियां जला कर अपना रोष व्यक्त किया। इसके पश्चात बार सदस्यों ने डिप्टी कमिश्नर को अपना मांगपत्र सौंपा।
बार एसोसिएशन के प्रधान विनोद कुमार मोंगा, गुरप्रीत ¨सह चौहान, राकेश कुमार भठेजा, गुरसाहिब ¨सह बराड़ ने कहा कि एडवोकेट एक्ट में संशोधित संविधान के उलट है । उन्होंने कहा कि संशोधित मुताबिक वकीलों से रोष प्रगट करने, हड़ताल करने जैसे हक खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में बार कौंसिल आफ इंडिया की प्रभुसत्ता खत्म करने की भी सिफारिश की गई है। उन्होंने कहा कि नए संशोधन के मुताबिक वकीलों का लाइसेंस रद करने का अधिकार राज्य की बार कौंसिल से लेकर जजों को दिया जा रहा है। यह संशोधन प्रवान होती है तो देश भर के वकील अदालत के गुलाम बन जाएंगे। उन्होंने एलान करते हुए कहा कि वह संशोधन को किसी भी हालत में स्वीकार नही करेंगे।
इस मौके पर सीनियर वकील जोगेन्द्र ¨सह बराड़, बिक्रमजीत ¨सह बराड़, आशु मित्तल, जितन्द्र मडियां, गुर¨वदर ¨सह बराड़, कुल¨वदर ¨सह संधू, चरनजीत सिडाना, अमरजीत ¨सह ढिल्लों, एसके धीर, रणजीत ¨सह, अवतार कृष्ण बरेवाल, हरीश अग्रवाल, पर¨मदर ¨सह, सुखचैन ¨सह संधू,अमनदीप परमार आदि हाजिर थे।