बच्चों को सिख इतिहास से जोड़ना जरूरी
संवाद सहयोगी, जैतो इतिहास के प्रति जागरूक करने के लिए बच्चों को बचपन से ही सिखों की बहादुरी की गाथ
संवाद सहयोगी, जैतो
इतिहास के प्रति जागरूक करने के लिए बच्चों को बचपन से ही सिखों की बहादुरी की गाथा सुनानी जरूरी है,ताकि बच्चे अपने इतिहास के बारे में जान सके। यह बात शिरोमणि कमेटी मेंबर जत्थेदार सुखदेव ¨सह बाठ ने अमृतसर की धर्म प्रचार कमेटी की ओर से बच्चों को अपने विरसे, गुरबाणी तथा इतिहास के बारे में जागरूक करने के लिए गुरुद्वारा गंगसर जैतो में लगाए गए समर कैंप के दौरान कहे।
उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी व सही शिक्षा देने के लिए माता-पिता अहम रोल निभा सकते है, क्योंकि माता पिता ही अपने बच्चो के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूराने समय के इतिहास से जागरूक कर उसके ज्ञान में बढ़ोतरी कर सकता है। गुरूद्वारा मैनेजर बलदेव ¨सह व गुरू की ढाब गुरूद्वारे के मैनेजर नायब ¨सह ने कहा कि प्रचार कमेटी की ओर से पांच स्थानों पर समर कैंप लगाए गए है, जिसमें गुरुद्वारा साहिब जैतो, गुरुद्वारा टिब्बी साहिब, गुरूद्वारा रामेआना, गुरुद्वारा रोड़ीकपूरा व गांव बरगाड़ी में चल रहे है और इसमें करीब 200 से अधिक बच्चे भाग ले रहे है।
कार्यक्रम दौरान भाई गुरप्रीत ¨सह, सतनाम ¨सह, बलजीत ¨सह, रणजीत ¨सह ने बच्चों को गुरबाणी का उदाहरण देकर समाजिक बुराइयों नशे, वहम भरम, आदि से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर माघा ¨सह, अनुप ¨सह, सुखमंदर ¨सह, जसवीर ¨सह, बलजीत ¨सह आदि हाजिर थे।