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आखिर धौनी क्यों बोले थे बहादुरी और बेफकूफी में बस थोड़ा सा अंतर होता है..., पीसीए प्रवक्ता ने सुनाया दिलचस्प किस्सा

पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रवक्ता सुशील कपूर महेंद्र सिंह धौनी के काफी करीबी रहे हैं। उन्होंने धौनी से जुड़ी कुछ बातें शेयर की।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 16 Aug 2020 02:22 PM (IST)Updated: Sun, 16 Aug 2020 02:28 PM (IST)
आखिर धौनी क्यों बोले थे बहादुरी और बेफकूफी में बस थोड़ा सा अंतर होता है..., पीसीए प्रवक्ता ने सुनाया दिलचस्प किस्सा
आखिर धौनी क्यों बोले थे बहादुरी और बेफकूफी में बस थोड़ा सा अंतर होता है..., पीसीए प्रवक्ता ने सुनाया दिलचस्प किस्सा

चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। महेंद्र सिंह धौनी (MS Dhoni) के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संंन्यास लेने की अचानक की गई घोषणा से सभी हतप्रभ हैं। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (Punjab Cricket Association) के प्रवक्ता सुशील कपूर बताते हैंं कि वह धौनी को तब से जानते हैं जब वह बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से खेलते थे। बकौल सुशील, धौनी जितने अच्छे बल्लेबाज हैं उतने ही वह हाजिर जवाब भी हैं।

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सुशील कपूर बताते हैं कि 29 सिंतबर, 2007 को बेंगलुरू में फ्यूचर कप का मैच था। आस्ट्रेलिया की टीम बल्लेबाजी कर चुकी थी और टीम इंडिया सचिन का विकेट गंवाकर बल्लेबाजी कर रही थी। बारिश ने मैच में खलल डाला। बारिश रुकी तो मैच दोबारा शुरू करने के लिए आस्ट्रेलियाई कप्तान एडम गिलक्रिस्ट ने तो खेलने के लिए हामी भर दी, लेकिन धौनी ने खेलने के लिए इन्कार कर दिया। प्रेस कान्फ्रेंस में जब पत्रकार ने धौनी से इस इन्कार की वजह पूछी तो उन्होंने मुस्कारते हुए कहा कि बहादुरी और बेफकूफी में बस थोड़ा सा अंतर होता है। इसके बाद वह कुछ नहीं बोले और वहां खामोशी छा गई। 

सुशील को भी धौनी ने स्टंप आउट कर दिया

सुशील कपूर का कहना है कि धौनी जब भी मुझे देखते हैं तो पोलो टॉफी लेने के लिए मेरी तरफ हाथ बढ़ा देते हैं, उन्हें मालूम होता है कि मेरी जेब में हमेशा पोलो के पैकेट होते हैं। धौनी ही नहीं टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी ऐसा ही करते हैं। कपूर बताते हैं कि साल 2008 में इंग्लैंड दौरे के दौरान वह इंग्लैंड टीम के कोर्डिनेटर थे। सीरीज खेल सुबह चार बजे जब इंग्लैंड की टीम अपने देश के लिए रवाना होने लगी, तो मैं उन्हें विदाई देने के लिए होटल के बाहर आया, तभी धौनी अपने कमरे से निकले और उन्होंने पोलो के लिए हाथ बढ़ा दिया, जब मैंने उन्हें बताया कि अभी मेरे पास पोलो नहीं है तो वह मुस्कारते हुए बोले आज आपको भी मैंने स्टंप आउट कर दिया, याद रखिएगा।

क्रिकेट स्टेडियम-16 में भी शतक जमा चुके हैं माही

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी क्रिकेट स्टेडियम-16 में भी शतक जमा चुके हैं। धौनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा के बाद उन्हें याद करते हुए पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रवक्ता सुशील कपूर बताते हैंं कि वह धौनी को तब से जानते हैं जब वह बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से खेलते थे। साल 2004 में 11वें जेपी अत्रे मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पहुंचे माही ने क्रिकेट स्टेडियम -16 में लंबे-लंबे छक्के लगाकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। पहले खेलते हुए पीसीए कोल्टस 260 रन बनाए थे, सबको उम्मीद थी पीसीए कोल्टस मैच जीत जाएगी, लेकिन जब धौनी ने बल्लेबाजी करने आए तो मैच एक तरफ हो गया और बिहार मैच जीत गया। उस समय तत्कालीन चंडीगढ़ के कमिश्नर ललित शर्मा ने उन्हें मैन आफ द मैच दिया था।


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