पंजाब विधानसभा चुनाव : कांग्रेस की 62 प्रत्याशियों की सूची को सोनिया की मंजूरी
कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन को लेकर सक्रिय हो गई है और प्रत्याश्ाियों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब विधानसभा के लिए कांग्रेस में उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने का काम तेज हो गया है। पार्टी में टिकटों को लेकर तस्वीर साफ होनी लगी है। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस चुनाव कमेटी की बैठक में करीब 63 सीटों के प्रत्याशियां पर चर्चा हुई। बताया जाता है कि 62 सीटों पर सोनिया गांधी ने अपनी मुहर लगा दी है, और एक सीट पर पुनर्विचार के लिए कहा है।
तरनतारन जिले की खेमकरण विधानसभा सीट से गुरचेत भुल्लर और उनके बेटे सुखपाल भुल्लर दोनों ने दावा जताया है। पार्टी की सर्वे रिपोर्ट गुरचेत भुल्लर को सही उम्मीदवार बता रही है, जबकि पंजाब कांग्रेस सुखपाल भुल्लर के रूप में युवा चेहरे को मौका देना चाहती है। ऐसे में सोनिया गांधी ने इस सीट पर पुनर्विचार करने को कहा है।
दो घंटे तक चली इस बैठक में सर्वाधिक मालवा के 45 सीटों पर चर्चा हुई। महत्वपूर्ण बात यह रही कि सर्वाधिक चर्चा विधायकों के टिकट काटे जाने पर हुई। 62 सीटों में वह हलके भी शामिल हैं, जहां पर किसी दूसरे प्रत्याशी ने आवेदन ही नहीं किया था। इसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार मालवा क्षेत्र से तीन विधायकों के टिकट कटने या उनका क्षेत्र बदले जाने की संभाावना थी, उन पर सर्वाधिक चर्चा हुई। टिकट को फाइनल करने से पूर्व सोनिया गांधी इस बात पर संतुष्टि होना चाहती थीं कि सिटिंग विधायक की टिकट क्यों कट रही है। उसका आधार क्या है या विधायक को क्यों शिफ्ट किया जा रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी ने सोनिया को संतुष्ट करवाने के लिए पुराने सर्वे का भी हवाला दिया और जीतने की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
इन सीटों पर बिना चर्चा सहमति
कमेटी की बैठक में पटियाला शहरी से कैप्टन अमङ्क्षरदर सिंह, अबोहर से सुनील जाखड़, चमकौर साहिब से चरणजीत सिंह चन्नी, कपूरथला से राणा गुरजीत सिंह, गुरहरसहाय से राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, कादियां से फतेह जंग बाजवा (प्रताप सिंह बाजवा के भाई), दीना नगर से अरुणा चौधरी, फतेहगढ़ चूडिय़ा से तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और राजा सांसी से सुखबिंदर सिंह सरकारिया की सीटों पर बगैर चर्चा के ही सहमति दे दी गई। क्योंकि इन सीटों पर किसी दूसरे ने आवेदन ही नहीं किया था।
बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी आशा कुमारी, प्रदेश प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह, अंबिका सोनी, नेता प्रतिपक्ष चरणजीत सिंह आदि शामिल थे।
8 को 54 सीटों पर चर्चा
जिन सीटों पर स्क्रीनिंग कमेटी की स्पष्ट सिफारिश थी, उन पर ज्यादा चर्चा नहीं की गई। कमेटी का मुख्य फोकस उन सीटों पर था, जहां नए चेहरे आ रहे हैं, विधायकों की टिकट काटी जानी है या एंटी इनकपेंसी के कारण विधायक को शिफ्ट किया जा सकता हैं। वहीं, मालवा के बाद दोआबा और माझा की भी कुछेक सीटों पर चर्चा हुई। कांग्र्रेस इलेक्शन कमेटी की अगली बैठक 8 दिसंबर को होने है।
इसमें बची हुई 54 सीटों पर चर्चा होनी हैं। इसमें से सर्वाधिक माझा और दोआबा की सीटें हैं। माना जा रहा है कि इसी दिन कांग्र्रेस अपनी लिस्ट भी जारी कर देगी। सबसे अधिक संशय कांग्रेस में बाहर से आए नेताओं पर बना हुआ हैं। क्योंकि इसे लेकर कांग्रेस दो हिस्सों में बंटी हुई हैं।
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस इस बात को लेकर स्पष्ट है कि बाहर से आए नेताओं को कांग्र्रेस दो टिकट देने में कोई आपत्ति नहीं है। अलबत्ता वह जीतने की स्थिति में हो। माना जा रहा है कि कांग्रेस अपनी लिस्ट 8 दिसंबर को जारी कर सकती है।