अधिकतर हादसों का करण ड्रंक्न ड्राइव और लापरवाही
पंजाब के गवर्नर एवं यूटी के प्रशासक बीपी सिंह बदनौर ने कहा कि शहर में होने वाले अधिकतर सड़क हादसों का कारण ड्रंक्न-ड्राइव और किशोरावस्था में लापरवाही से वाहन चलाना है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब के गवर्नर एवं यूटी के प्रशासक बीपी सिंह बदनौर ने कहा कि शहर में होने वाले अधिकतर सड़क हादसों का कारण ड्रंक्न-ड्राइव और किशोरावस्था में लापरवाही से वाहन चलाना है। ट्रैफिक पुलिस युवा चालकों पर सख्ती/चालान करते समय किसी भी प्रकार के दबाव में न आए।
बदनौर सोमवार को सेक्टर-23 स्थित चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्क में आयोजित 28वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उन्होंने रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए)को निर्देश दिए कि जब भी युवाओं को पहली बार लाइसेंस इश्यू किया जाए तो उससे पहले उनका पुराना रिकार्ड अवश्य जांच लें। इस दौरान यूटी प्रशासक के साथ उनके सलाहकार परिमल रॉय, गृह सचिव अनुराग अग्रवाल और यूटी पुलिस के डीआइजी आलोक कुमार, एसएसपी यूटी, ट्रैफिक एवं सिक्योरिटी ईश सिंघल सहित अन्य डीएसपी व इंस्पेक्टर मौजूद रहे। प्रशासक ने इस अवसर पर ट्रैफिक पुलिस का वर्ष 2017 का कैलेंडर भी जारी किया और सड़क सुरक्षा सप्ताह के समय विशेष रूप से बेहतर ड्यूटी का निर्वहन करने वाले अधिकारियों को सम्मानित भी किया।
ड्रंक्न-ड्राइव पर आधारित स्किट से किया जागरूक
शराब पीकर वाहन चलाने से जान पर बन आने वाली मुसीबत के बारे में ट्रैफिक यूनिट के पुलिसकर्मियों ने 'जागो लोको जागो' थीम से स्किट के माध्यम से जानकारी दी। बताया गया कि परिजन कैसे उनके बच्चों की तर्कहीन मांग पूरी करते हैं और उसी कारण उनके बच्चों की जिंदगी के लिए खतरा बन आता है। प्रशासक ने लोगों से ट्रैफिक पुलिस को सहयोग कर चंडीगढ़ को क्राइम फ्री सिटी और एक रियल सेफ सिटी बनाने की अपील की। यूटी प्रशासक ने पेंटिंग प्रतियोगिता में विजयी होने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया। इन छात्र-छात्राओं में पलक गर्ग, मान्या, संदीप, रहनीमा रानी, अनुष्का, नीतिका और संजना शामिल रहीं।