घर जाने के लिए छुट्टियां नहीं देते थे अफसर, नगर निगम कर्मचारी ने फंदा लगाकर दे दी जान
चंडीगढ़ सेक्टर 19 के मकान नम्बर 1163 में एक व्यक्ति ने फंदा लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
जेएनएन, चंडीगढ़। घर जाने के लिए छुट्टियां न मिलने से परेशान नगर निगम के कर्मचारी ने फंदा लगा अपनी जान दे दी। मृतक की पहचान उत्तराखंड के जसपाल सिंह उम्र 49 साल निवासी कुमाऊ उत्तराखंड के रूप में हुई है और वह सेक्टर-19 के मकान नंबर 1163 में रहता था। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
जसपाल सिंह की फाइल फोटो।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जसपाल सिंह नगर निगम के एनफोर्समेंट विभाग में काम करता था। उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके ऊपर बैठे तो सीनियर अधिकारी मानसिक रूप से उसे तंग करते थे । सुसाइड नोट में दो अफसरों के नाम भी लिखे हैं। सुसाइड नोट में एडिशनल कमिश्नर तिलक राज और इंस्पेक्टर वेद प्रकाश का नाम लिखा है। मृतक के परिवार वालों ने बताया कि अफसर घर जाने के लिए कभी छुट्टियां नहीं देते थे, जिससे तंग आकर वह यह कदम उठाया है। वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि दोनों अधिकारियों को सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जसपाल की दो बेटियां व एक बेटा है। परिजनों के फंदा लगाए जाने की जानकारी सुबह करीब 7 बजे मिली।
जब तक अफसरों पर कार्रवाई नहीं होती, नहीं लेंगे शव
कुंमाऊं सभा चंडीगढ़ के प्रधान बच्चन सिंह नगरकोटी, जसपाल के बच्चे व रिश्तेदारों की मांग है कि जब तक जसपाल सिंह को मानसिक रूप से परेशान करने वाले अफसरों के खिलाफ कानूनी कर कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे जसपाल का शव नही लेंगे।
जसपाल सिंह की जेब से मिला सुसाइड नोट।
16 मार्च को लिखा गया सुसाइड नोट
मृतक जसपाल यहां अपने बच्चों के साथ रहता था। जसपाल की पत्नी का नाम रमूली देवी कुमाऊं में ही रहती है।सुसाइड नोट जसपाल की कमीज की जेब मे मिला है। सुसाइड नोट पर तारीख 16 मार्च लिखी हुई है। यानी जसपाल कईं दिनों से सुसाइड नोट लिखकर जेब में घूम रहा था और परेशान था।