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10 करोड़ की बीमा राशि के लिए खुद के ज्‍वेलरी शोरूम में रचा 14 करोड़ लूट का ड्रामा

पुलिस ने चंडीगढ़ में हुई 14 करोड़ की लूट का खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक इस लूट का ड्रामा खुद ज्‍वैलरी शाेरूम के मालिक ने 10 करोड़ रुपये के इश्‍योरेंंस की रकम लेने के लिए रची थी।

By Edited By: Published: Sun, 08 May 2016 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 09 May 2016 01:48 PM (IST)

चडीगढ़ (जागरण सवाददाता)। फॉरएवर डायमड ज्वैलरी शोरूम के मालिको ने ही अपने शोरूम मे लूट करवाई थी। सब कुछ योजनाबद्ध व सुनियोजित ढग से करवाया गया था। यह खुलासा शोरूम के मैनेजर अजय ने उससे शनिवार देर रात हुई पुलिस पूछताछ में किया।

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मामले का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस ने आरोपी रजनीश और उसके भाई विनोद के करीबी जानकारो की मदद से उनका पता लगाने का प्रयास किया। हालाकि दोनों यूटी पुलिस से बचकर अपने ठिकानों से फरार होते रहे। साथ ही उन्होने अपने मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिए थे। देर रात पुलिस आरोपियो के करीबियों की मदद से उनसे संपर्क कर सकी।

एक काबू, दूसरा दिल्ली भागा

आरोपियों की झूठी कहानी से पर्दा उठने के बाद यूटी पुलिस ने उनकी धरपकड़ के लिए कई जगहो पर छापेमारी की। जिसके चलते पुलिस शोरूम के एक मालिक आरोपी विनोद तक पहुंचने में कामयाब रही। सख्ती से की गई पूछताछ में आरोपी ने लूट की कहानी झूठी होने की बात कबूली।

उसने पूछताछ में बताया कि शोरूम मे 14 करोड़ के डायमंड और नौ लाख रुपये नगदी की लूट की कहानी उसके भाई रजनीश ने दस करोड़ रुपये के इश्योंरेस क्लेम के लिए रची थी, जिसमें वह मददगार रहा। उन्हें बिजनेस में लगातार घाटा हो रहा था और कॉल सेटर भी नहीं चला था। शोरूम का किराया नही दे पाने के चलते अब शोरूम खाली करने की नौबत आ गई थी। इसके कारण रजनीश ने भाई विनोद की मदद से शोरूम मे लूट की कहानी गढ़ी, ताकि 10 करोड़ रुपये का इश्योरेस क्लेम हासिल कर सके। आरोपी रजनीश भी पुलिस के हत्थे चढ़ता लेकिन वह गिरफ्तारी के डर से शुक्रवार को ही दिल्ली भाग गया।

चंडीगढ़ में गन प्वाइंट पर डायमंड शोरूम से 14 करोड़ की लूट

भाई की मदद से लगाते रहे लोकेशन का पता

वही, आरोपी रजनीश की लोकेशन पता लगाने के मकसद से पुलिस ने उसके भाई आरोपी विनोद से कड़ी पूछताछ की। ताकि यूटी पुलिस दिल्ली पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार करवा सके।

विनोद के मजिस्ट्रेट के सामने करवाए गए बयान

पूछताछ पूरी होने के बाद जांच टीम ने आरोपी विनोद को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। जहां उसने लूट की कहानी झूठी होने का बयान दिया आैर लूट की पूरी कहानी को सिलसिलेवार तरीके से बयां किया। पुलिस ने आरोपी विनोद को मामले मे गिरफ्तार नही किया है, उसे बतौर सरकारी गवाह रखा गया है। बहरहाल फिलहाल पुलिस फरार आरोपी रजनीश को पकड़ने का प्रयास कर रही है।

मैनेजर और सेल्सगर्ल को राउंडअप किया तो उगला राज

पुलिस ने पुख्ता तथ्य हाथ लगने पर फॉरएवर डायमंड शोरूम के मैनेजर और एक सेल्सगर्ल को राउंड-अप किया। जिनसे लंबे समय तक कड़ी पूछताछ की गई। सूत्रों की मानें तो केस से जुड़ी लूट की कहानी में दोनो ने ही पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए। इसके बाद जांच मे जुटी क्राइम ब्रांच और ऑपरेशन सेल का दोनों भाइयों पर गहराया शक पुख्ता होता गया।

पुलिस को शक-कही देश छोड़कर न भाग जाएं

पुलिस लगभग लूट की इस कहानी को झूठ मान चुकी थी, जिसके चलते जांच टीम को यह भी शक था कि कही दोनो भाई रजनीश और विनोद देश छोड़कर फरार नही हो जाएं। जिसके चलते यूटी पुलिस ने उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए थे।

500-600 नंबरो को खंगालने के बाद मामला सुलझने के बने थे आसार

इस दौरान पुलिस को करीब 500-600 नंबर ऐसे मिले, जिनपर जांच आगे बढ़ाई गई। लूट से एक दिन पहले और लूट के बाद के वे नंबर भी सामने आए, जिनपर केवल मैसेज के जरिए बातचीत हुई। पुलिस जांच हर तथ्य को जुटाती चली गई, पुलिस केस सॉल्व करने के बेहद करीब है। सूत्रो के मुताबिक रजनीश और विनोद के फरार रहने के चलते यूटी पुलिस देर रात तक उनके सरेडर करने के इंतजार मे रही थी। जिसमे रजनीश और विनोद के करीबी जानकारो की मदद भी ली गई।


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