कैप्टन बोले- पंजाब को अभी मेरी जरूरत, कमान सौंपने को लेकर कही ये बात
कांग्रेस द्वारा प्रदेश की सभी 13 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कैप्टन ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है और यह नया तरीका अपनाया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में 'कॉफी विद कैप्टन', 'हलके में कैप्टन' जैसे आयोजन करने वाले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ट्विटर चौपाल 'पंजाब दी गल कैप्टन दे नाल' लगाई। कांग्रेस द्वारा प्रदेश की सभी 13 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कैप्टन ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है और यह नया तरीका अपनाया है। चंडीगढ़ से 20 किलोमीटर दूर खरड़ के ग्राम चुहार माजरा में पीपल के पेड़ के नीचे यह चौपाल लगी। कैप्टन ने युवाओं के सवालों के जवाब दिए और अपने राजनीतिक भविष्य पर भी चर्चा की।
प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के सवाल पर कैप्टन ने कहा- मुझे उम्मीद है कि तब तक पंजाब की स्थिति में काफी सुधार हो चुका होगा। सूबे को अभी तीन साल उनकी जरूरत है। इसके बाद वे युवा पीढ़ी को बागडोर सौंपने योग्य हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले हुए विधानसभा चुनाव के दौरान ही उन्होंने घोषणा की थी कि यह उनका अंतिम चुनाव होगा।
कैप्टन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की अखंडता को तोड़ने में जुटी हुई है। इस समय लोगों को एकजुट होकर देश की अखंडता को बचाना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने इस बात से इन्कार किया कि वे बादलों के प्रति नरम हैैं। कैप्टन ने कहा कि अगर बादल दोषी पाए गए तो कानून के अनुसार उन्हें दंड दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और इसके बाद हुए गोलीकांड में बादल की भूमिका की भी एसआइटी जांच कर रही है।
एक युवा के सवाल के जवाब में कैप्टन ने कहा कि अगर वे राजनीति में नहीं होते तो फौज से सेवानिवृत्त हो चुके होते। यह पूछे जाने पर कि उनकी सरकार पर्याप्त नौकरियां क्यों नहीं पैदा कर पाई और निजी क्षेत्र पर निर्भर रहना पड़ा, तो कैप्टन ने कहा कि सरकारी नौकरियां सीमित हैं। नई नौकरियां पैदा करने की गुंजाइश भी सीमित है। उनकी सरकार कौशल विकास आदि के माध्यम से रोजगार की सुविधा के लिए पूरी कोशिश कर रही है। औसतन हर दिन 800 से अधिक युवाओं को रोजगार या स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैंं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के एक छात्र के साथ सहमति जताई कि युवा ड्रग्स की बढ़ती समस्या से नाराज थे। इससे भी नाराज थे कि युवा नौकरियों के लिए विदेश जा रहे हैं। कैप्टन ने कहा कि जैसे ही उद्योग आएगा, चीजों में सुधार होगा। शिअद-भाजपा सरकार के 10 वर्षों में 25,000 करोड़ रुपये के निवेश के विपरीत, उनकी सरकार ने केवल दो वर्षों में 65,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को लाने में सफलता हासिल की है। 75 प्रतिशत प्रोजेक्ट धरातल पर काम करने लगे हैैं।
ड्रग्स के मुद्दे पर सख्ती
ड्रग्स के मुद्दे पर कैप्टन ने कहा कि उनकी सरकार एसटीएफ की मदद से ड्रग्स विरोधी अभियान को सख्ती से लागू कर रही है। 28,000 से अधिक ड्रग तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। उन्होंने यह भी वादा किया कि सरकारी कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।