सीरत के वेब्ले स्कॉट माउजर की पुलिस को तलाश
जागरण संवाददाता, मोहाली : एकम हत्याकाड में सीरत का वेब्ले स्कॉट माउजर पुलिस के हाथ नहीं लग रहा। सीरत
जागरण संवाददाता, मोहाली : एकम हत्याकाड में सीरत का वेब्ले स्कॉट माउजर पुलिस के हाथ नहीं लग रहा। सीरत के पास वेब्ले स्कॉट माउजर का लाइसेंस है। लेकिन पुलिस को मौके से जो रिवॉल्वर मिला है, वह लोकल मेड है। हालाकि उस माउजर की जाच के लिए पुलिस ने सीएफएसएल भेज रखा है। सूत्रों का कहना है कि जो रिवॉल्वर मौके से बरामद हुआ, उससे फायर नहीं हुआ। इसके बाद साफ हो गया है कि गोली किसी दूसरे रिवॉल्वर से चलाई गई। ध्यान रहे कि पुलिस को मौके से एक रिवॉल्वर मिला था लेकिन वह लाइसेंसी नहीं था। सूत्रों के मुताबिक मोहाली में ज्यादातर लोगों के पास .32 बोर का लाइसेंस है। सीरत के पास वेब्ले स्कॉट माउजर का जो लाइसेंस है, वह पंजाब के किसी दूसरे जिले का है। बहुत ही कम लोगों के पास 9 एमएम रिवॉल्वर का लाइसेंस होता है। इसका लाइसेंस लेना बेहद मुश्किल होता है क्योंकि ये प्रतिबंधित बोर है। पुलिस अधिकारी व कर्मचारी इसका ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
तीन घरों के सीसीटीवी थे बंद, फुटेज की बात अब कहां से आई
उधर, एकम के परिजनों ने कहा कि मामले में अभी तक पुलिस ने कुछ भी नई जानकारी नहीं दी है। एकम के पिता जसपाल सिंह ने कहा कि शनिवार को भी वे पुलिस के संपर्क में थे लेकिन कुछ नया नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। लेकिन पहले पुलिस ही कह रही थी कि एकम जिस घर में रहता था, उसके चारों सीसीटीवी कैमरे बंद पडे़ थे। सामने वाले घर के भी कैमरे नहीं चल रहे थे। अब सीरत के सीसीटीवी फुटेज में आने की बात कही जा रही है। अगर फुटेज है तो बाकी के लोग भी सामने आने चाहिए? क्योंकि वहा एक से ज्यादा लोग थे। ऐसा कैसे हो सकता है कि सीरत ही अकेली कैमरे में आई। जसपाल सिंह ने कहा कि वे इस मामले को लेकर एसएसपी मोहाली कुलदीप सिंह चाहल से मिलेंगे।
इग्लैंड मेड माउजर है वेब्ले स्कॉट
वेब्ले स्कॉट माउजर इग्लैंड मेड है। इससे चालीस मीटर तक फायर किया जा सकता है। यह माउजर 9 एमएम का है। माउजर पूरी तरह से आधुनिक होता है। पास से गोली चलाई जाए तो सामने वाले के बचने की कोई संभावना नहीं होती।
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द
एसएसपी मोहाली कुलदीप सिंह चाहल ने कहा कि तीनों आरोपियों विनय प्रताप सिंह, जगत व जसविंदर कौर को पकड़ने के लिए तलाश जारी है। आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
सीएम के निर्देश पर बनी थी एसआइटी
सीरत का छह दिन का रिमाड भी खत्म होने को है। लेकिन पुलिस अभी तक उसे कुछ भी हासिल नहीं कर सकी है। मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआइटी तो बना दी गई लेकिन इसके पाच दिन बाद भी मामले में नतीजे सामने नहीं आए है।