वाच आवर बढ़े पर विमानन कंपनियां उड़ान भरने में नहीं उत्साहित
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट चंडीगढ़ के वाच आवर तो बढ़ गए लेकिन फ्लाइट शेड्यूल में
विकास शर्मा, चंडीगढ़ : अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट चंडीगढ़ के वाच आवर तो बढ़ गए लेकिन फ्लाइट शेड्यूल में इसका कोई असर नहीं देखने को मिला है। आलम यह है कि वाच आवर को बढ़े महीने भर से ऊपर हो गया लेकिन अभी किसी भी विमानन कंपनी ने इन बढ़े वाच आवर में उड़ान भरने के लिए अपनी रूचि नहीं दिखाई है। गौरतलब है कि अभी एयरपोर्ट पर आखिरी फ्लाइट शाम 7.05 मिनट पर लैंड करती है, जबकि शाम साढ़े 7.30 बजे आखिरी फ्लाइट दिल्ली के लिए उड़ान भरती है। गौरतलब है कि पहले इंडियन एयरफोर्स ने अपने रनवे से उड़ान भरने के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन को सुबह 7 से रात 8 बजे तक की अनुमति दी थी, लेकिन अब एयरफोर्स ने एयरपोर्ट प्रबंधन की मांग को मानते हुए इसे रात 10 बजे तक बढ़ा दिया है। इसके बाद एयरपोर्ट प्रबंधन के पास सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक एयर ट्रैफिक कंट्रोल रहेगा।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल के 2 घंटे बढ़े हैं
एयरपोर्ट प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि वाच आवर तो बढ़ गए हैं लेकिन इन बढ़े वाच आवर में किसी विमानन कंपनी ने उड़ान भरने में रूचि नहीं दिखाई है, वाच आवर बढ़ने से एयर ट्रैफिक कंट्रोल के दो घंटे बढ़े हैं, एयरपोर्ट प्रबंधन इस तरह की सुविधा मुहैया करवा सकता है, जबकि फ्लाइट का संचालन करना विमानन कंपनियों के हाथ में है।
अमेरिका और भारत के समय में 11 घंटे का अंतराल
उधर, विमानन कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से शाम के समय जाने वाले ज्यादातर यात्रियों को यूरोप व अमेरिका की फ्लाइट पकड़नी होती है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली से यूरोप व अमेरिका जाने वाली अधिकतर फ्लाइट उसी हिसाब से उड़ान भरती है कि वह सुबह-सुबह अमेरिका व यूरोप के अन्य देशों में लैंड कर सकें। मौजूदा समय में अमेरिका और भारत के समय में जहां 11 घंटे का अंतराल है, जबकि यूरोप के देशों में पांच से छह घंटे का अंतराल है, जबकि अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट पकड़ने के लिए तीन घंटे पहले चेक इन करना पड़ता है। ऐसे में दिल्ली एयरपोर्ट से यूरोप व अमेरिका जाने वाले यात्रियों को चंडीगढ़ एयरपोर्ट से शाम साढ़े सात बजे के बाद की उड़ान वक्त के हिसाब से फायदेमंद नहीं रहता है, इसी समीकरण को देखते हुए विमानन कंपनियां शाम साढ़े 7 बजे के बाद उड़ान भरने में हिचकिचा रही हैं। विमानन कंपनियों को शंका है कि ऐसे में रात को यात्री नहीं मिलेंगे, इसी डर से वह शाम साढ़े 7 बजे के बाद उड़ान भरने की इच्छा अभी किसी विमानन कंपनी ने नहीं दिखाई है।
वाच आवर बढ़ने के बाद चंडीगढ़ एयरपोर्ट से रात 10 बजे तक फ्लाइट का संचालन (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) हो सकता है, ऐसे में जो भी विमानन कंपनी इस दौरान फ्लाइट संचालन करना चाहती है, उनका स्वागत है।