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गैंगस्टर डिंपी की हत्या को लेकर सुर्खियों में रहा था रॉकी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : गैंगस्टर प्रभजिंदर सिंह डिंपी की हत्या के चर्चित मामले को लेकर जस¨वदर ¨सह

By Edited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 09:40 PM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2016 09:40 PM (IST)

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : गैंगस्टर प्रभजिंदर सिंह डिंपी की हत्या के चर्चित मामले को लेकर जस¨वदर ¨सह उर्फ रॉकी सुर्खियों में रहा था। इस हाईप्रोफाइल मामले में रॉकी साक्ष्यों के अभाव में बरी हो गया था। रॉकी को हत्या, हत्या के प्रयास, आ‌र्म्स एक्ट और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत बरी किया गया था। इसी क्रम में तब रॉकी ने फाजिल्का में दर्ज एक आपराधिक मामले में आत्मसमर्पण किया था।

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पुलिस ने कहा था चंडीगढ़ से पकड़ा, वकील ने साबित किया था दिल्ली एयरपोर्ट से

पुलिस का दावा था कि रॉकी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था, जबकि बचाव पक्ष ने अदालत में रॉकी को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किए जाने के सबूत पेश किए थे। इसमें रॉकी के कोलकाता से दिल्ली की एयर टिकट और टावर लोकेशन तक शामिल था। बचाव पक्ष के वकील के मुताबिक वारदात के दौरान इस्तेमाल हथियार और घटना के दो वर्ष बाद आरोपी की गिरफ्तारी के समय हथियार की बरामदगी मेल नहीं खा सकी। बचाव पक्ष का सवाल था कि वारदात को अंजाम देने के बाद कोई भला दो वर्षाें तक अपने पास बगैर लाइसेंस अवैध हथियार लेकर ऐसे ही घूमता फिरेगा?

एक साल पहले भी कोर्ट लेकर आई थी फाजिल्का पुलिस

इससे पहले इस मामले में भगोड़ा चल रहे रॉकी को फाजिल्का पुलिस 6 जनवरी 2015 को चंडीगढ़ अदालत में लेकर आई थी। यहा रॉकी की सेक्टर-3 थाने की पुलिस ने औपचारिक गिरफ्तारी करते हुए उसे पेश किया था।

4 साल पहले कोर्ट ने घोषित किया था भगोड़ा

गैंगस्टर प्रभ¨जदर ¨सह ¨डपी की हत्या मामले में आरोपी जस¨वदर ¨सह रॉकी की कई तिथियों के दौरान अदालत में पेश नहीं होने को लेकर उसे 2012 को भगोड़ा घोषित किया गया था। इसे लेकर उसके खिलाफ दो बार गैरजमानती वारट भी जारी किए गए थे। अदालत ने रॉकी की ओर से पेश किए गए मेडिकल सíटफिकेट को भी गलत पाया था।

पार्टी मनाकर कार में बैठे गैंगस्टर पर चलीं थीं गोलियां

गैंगस्टर प्रभ¨जदर ¨सह ¨डपी 7 जुलाई 2006 को अपने दोस्तों के साथ सुखना लेक क्लब में पार्टी मनाकर बाहर गाड़ी में बैठा था। इतने में मोटरसाइकिल सवार दो युवक आए और कार में बैठे ¨डपी पर गोलियों की बौछार कर भाग गए थे। ¨डपी की महिला दोस्त उसे गंभीर हालत में सेक्टर-16 जनरल अस्पताल लेकर आई थी। जहां डॉक्टरों ने प्रभ¨जदर ¨सह ¨डपी को मृत घोषित कर दिया था।

पुलिस ने रॉकी के फिरोजपुर के दोस्त को भी किया था काबू

सेक्टर-3 थाना पुलिस ने अज्ञात मोटरसाइकिल सवार युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दो साल बाद 28 जुलाई 2008 को फाजिल्का के जस¨वदर ¨सह रॉकी और उसके दोस्त फिरोजपुर निवासी अमनदीप ¨सह टोरा को क्राइम ब्राच टीम ने सेक्टर-11 में दबोचा था। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल .45 ऑटो पिस्टल, मैगजीन व 7 ¨जदा कारतूस बरामद किए थे। पूछताछ में खुलासा हुआ था कि रॉकी ने ही ¨डपी की हत्या की थी।

पंजाब समेत कई जगह दर्ज थे डेढ़ दर्जन मामले

रॉकी पर पंजाब समेत अन्य जगहों में करीब डेढ़ दर्जन आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती, कैद में रखने, आपराधिक साजिश रचने, आ‌र्म्स एक्ट समेत कई धाराओं में दर्ज है। फाजिल्का में उसके खिलाफ दर्ज प्रमुख मामलों में हत्या के प्रयास व अपहरण के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। रॉकी ने पंजाब के चुनाव में भी आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, जिसमें वह हार गया था।


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