जीएसटी बिल पास न हो, इसलिए कांग्रेस ने ठप की संसद : नड्डा
-कांग्रेस के अड़ियल रूख से दोनों सदनों की कार्यवाही रूकी राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : कांग्रेस पार्टी स
-कांग्रेस के अड़ियल रूख से दोनों सदनों की कार्यवाही रूकी
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : कांग्रेस पार्टी संसद सत्र के दौरान हर तरह से मर्यादा भंग की है। संसदीय इतिहास में सबसे बढि़या काम गत बजट सत्र में हुआ था और कांग्रेस इसे हजम नहीं कर पाई। कांग्रेस कुछ मुद्दों पर बहस का बहाना बना रही थी, इसके पीछे कांग्रेस का मकसद जीएसटी बिल को पारित होने से रोकना था। यह बातें यहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने प्रेस कांफ्रेंस में कही।
उन्होंने लोकसभा व राज्यसभा में कांग्रेस द्वारा किए हंगामे, स्पीकर सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्रियों अरुण जेटली, सुषमा स्वराज व वेंकैया नायडू और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा कार्यवाही के दौरान दिए बयानों पर आधारित करीब नौ मिनट की फिल्म भी दिखाई। आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राष्ट्रीय हित की बजाय निजी हित सामने रखे क्योंकि वह गांधी परिवार को दोबारा स्थापित करना चाहती थी। कांग्रेस ने निराशा में हदें लांघी। पहली बार उप सभापति पर कागज फेंके गए, विपक्ष के प्रमुख नेताओं ने स्पीकर के आसन के समक्ष नारेबाजी की।
जब यूपीए सरकार थी तब भाजपा ने कोलगेट और 2जी समेत कई मुद्दों पर बहस की मांग की थी मगर उस सरकार ने कभी बहस नहीं होने दी। अब सरकार तो पहले ही दिन से बहस के लिए तैयार थी मगर कांग्रेस का मकसद संसद को ठप करना था। इससे देश का करोड़ों रुपये बर्बाद हुआ है।
नड्डा ने कहा कि यूपीए शासन काल में कभी भी जीडीपी पांच प्रतिशत से नहीं बढ़ी जबकि मोदी सरकार के पहले ही साल में यह 7.7 प्रतिशत हो गई। कांग्रेस जिस जीएसटी बिल को रोकना चाहती है उससे टैक्स क्षेत्र में पारदर्शिता आती, राजस्व बढ़ता और करदाता भी परेशान न होता।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि न केवल भ्रष्टाचार कम हुआ है बल्कि भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई भी हो रही है। वन रैंक-वन पेंशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि फौज के प्रति जो कमिटमेंट अटल व नरेंद्र मोदी ने की, वैसी किसी भी पूर्व सरकार ने नहीं की।
---