गन्ना खरीद मामले पर बादल चुप क्यों हैं : खैहरा
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य अधिक होने और उसके मुकाबले चीनी के दामों में कम
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य अधिक होने और उसके मुकाबले चीनी के दामों में कमी को देखते हुए कुछ गन्ना मिलों ने पेराई सीजन 2015-16 के लिए गन्ने की खरीद बंद किए जाने का फैसला लिया है। इस पर कांग्रेस के प्रवक्ता सुखपाल खैहरा ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने पूछा कि अब मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल चुप क्यों हैं।
खैहरा ने कहा किय यह नोटिस दसूहा, मुकेरियां और अमलोह की तीन बड़ी चीनी मिलों ने जारी किया गया है, लेकिन जानकारी मिली है कि राज्य की सभी निजी गन्ना मिलों ने यूनिट बंद करने का फैसला लिया है। उल्लेखनीय है कि पंजाब की चीनी मिलों पर किसानों का 682 करोड़ रुपये बकाया है। इसमें 300 करोड़ सहकारी चीनी मिलों का है। खैहरा ने कहा कि देश की शूगर लॉबी को बड़ी राहत देते हुए मोदी सरकार ने चीनी का आयात घटाने के लिए उस पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी 15 से बढ़ाकर 40 फीसद कर दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार गन्ना खरीद को सुनिश्चित नहीं कर सकी तो कांग्रेस राज्य में बड़ा आंदोलन चलाएगी।