सावधान! सीवरेज के पानी से तैयार हो रही हैं सब्जिया
जागरण संवाददाता, मोहाली
मोहाली के लोग सीवरेज के पानी से तैयार हो रही सब्जियां खा रहे हैं। इसके अलावा कई अन्य फसलें व पशुओं का चारा भी इसी गंदे पानी से तैयार किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार इस तरह तैयार चारा व सब्जियां पशु और मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।
मोहाली विकास मंच के पदाधिकारियों ने सोमवार को सीवरेज के पानी से तैयार की जा रही फ सलों के क्षेत्रों का दौरा किया और हकीकत से रू-ब-रू हुए। मंच के अध्यक्ष विनीत वर्मा ने बताया कि जब मंच के पदाधिकारियों ने चाओ माजरा, मनौली, पापरी और देहड़ी गावों का दौरा किया तो उनके होश उड़ गए। चंडीगढ़ से मोहाली फेस 3ए, फेस-9 के पीसीए स्टेडियम से मोहाली के आसपास के गावों से गुजरते सीवरेज के नाले से फसलों व सब्जियों की सिंचाई की जा रही थी।
गंदे नालों में लगी हैं बड़ी-बड़ी पाइपें
खतरनाक केमीकल व गंदगी से भरे नाले में बड़ी-बड़ी लोहे की पाइपें डाली गई हैं और खेत के पास जनरेटर व पानी का इजन लगाया गया है, जो बदबूदार गंदे पानी को खींच कर खेतों तक पहुचाता है। वर्मा ने बताया कि जब उन्होंने उक्त क्षेत्रों में इस तरह की सिंचाई करने के कारणों को जानना चाहा तो पता लगा कि मोहाली में जमीनी पानी का स्तर इतना नीचे चला गया है कि फसलों की सिंचाई ट्यूबवेल लगाकर करना आसान नहीं। एक ट्यूबवेल के कनेक्शन के लिए लगभग 1.82 लाख रुपये बोर करने पर ही खर्च हो जाता है। जिसमें 70 हजार मोटर और 70 रुपये कनेक्शन पर खर्च होते है। इसके अलावा अन्य फुटकल खर्चे भी करने पड़ते है।
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की मांग
वर्मा ने जिला मोहाली प्रशासन से माग करते हुए कहा कि मोहाली में दूसरे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि इस तरह के पानी का सही इस्तेमाल किया जा सके। वहीं सीवरेज के पानी से तैयार की जाने वाली सब्जियों के मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए। ताकि मोहाली के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव न पड़े और लोग भयानक बीमारियों के शिकार होने से बच सकें।