Move to Jagran APP

ईवीएम पर संदेह तो वीवीपेट से होगी मतगणना

संदीप सिंह धामू, ब¨ठडा : चुनाव हारने वाले उम्मीदवार चुनावी माहौल के आधार पर अक्सर इलेक्ट्र

By Edited By: Published: Tue, 17 Jan 2017 07:11 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jan 2017 07:11 PM (IST)
ईवीएम पर संदेह तो वीवीपेट से होगी मतगणना
ईवीएम पर संदेह तो वीवीपेट से होगी मतगणना

संदीप सिंह धामू, ब¨ठडा : चुनाव हारने वाले उम्मीदवार चुनावी माहौल के आधार पर अक्सर इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर संदेह जताते हैं, लेकिन इस बार इस तरह के संदेह की गुंजाइश नहीं रहेगी। नया सिस्टम वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल (वीपीपेट) मशीनें संदेह को दूर करेंगी। वहीं इससे मतदाताओं को भी तसल्ली हो सकेगी कि उनका वोट उसी उम्मीदवार को गया है, ईवीएम में जिसके नाम का बटन उन्होंने दबाया था ईवीएम की काउंटिंग पर संदेह या फिर किसी तरह की आपत्ति होने की स्थिति में वीवीपेट मशीन के पेपर ¨प्रट के आधार पर दुबरा काउंटिंग भी हो सकेगी। ब¨ठडा जिले की दो विधानसभा क्षेत्रों ब¨ठडा शहरी और देहात विधानसभा क्षेत्र में इस बार वीवीपेट का ट्रायल होगा।

loksabha election banner

ब¨ठडा शहरी विधानसभा क्षेत्र में 202 बूथ हैं। यहां 272 वीवीपेट मशीनें मिली हैं। इसमें 202 वीवीपेट मशीनें बूथों पर ईवीएम के साथ इंस्टाल हो जाएंगी। वहीं 10 वीवीपेट मशीनों से पो¨लग स्टाफ और मतदाताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बाकी वीवीपेट मशीनें रिजर्व रहेंगी। ब¨ठडा देहाती विधानसभा क्षेत्र में 160 बूथ हैं। यहां के लिए 200 वीवीपेट मशीनें बुधवार को मिल जाएंगी।

इस तरह काम करेगी वीवीपेट मशीने

वीवीपेट ¨प्रटर तकनीक पर आधारित मशीन है। इसे ईवीएम की कंट्रोल यूनिट के साथ जोड़ा जाएगा। इसका डिस्पले यूनिट बैलेट यूनिट के साथ रखा जाएगा। जब मतदाता बैलेट यूनिट पर अपने पसंदीदा उम्मीदवार के सामने का बटन दबाएगा तो बीप की आवाज के साथ वीवीपेट से एक पि्रंट भी निकलेगा। जो कांच के पारदर्शी शीशे से मतदाता को दिखेगा। फिर वीपीपेट के नीचे फिट सीलबंद बॉक्स में गिर जाएगा। इस पर उम्मीदवार का क्रमांक और चुनाव चिन्ह ¨प्रट होगा। ईवीएम पर संदेह होने की स्थित पर किस उम्मीदवार के चुनाव चिन्ह के कितने ¨प्रट हैं, इस आधार पर री काउं¨टग हो सकेगी।

मतदान की गोपनीयता रहेगी बनी

वीवीपेट को सीलबंद कर फिट किया जाएगा। इससे मतदान खत्म होने के बाद अलग बॉक्स में बंद किया जाएगा। इसे मतदाता ही देख सकेगा। इसके ¨प्रट पर उम्मीदवार के क्रमांक और चुनाव चिह्न के अलावा अन्य कोई जानकारी नहीं होगी।

कोट ---

ईवीएम पर संदेह होने की स्थिति में वीवीपेट के ¨प्रट के आधार पर दोबारा गणना करवाई जा सकेगी। यह व्यवस्था निर्वाचन अधिकारी के स्तर पर होगी। उम्मीदवार को इसके लिए अपील करनी होगी। फैसला आरओ करेगा।

मनजीत ¨सह नारंग, एडिशनल, सीईओ, पंजाब।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.