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30 सफाई कर्मचारियों को दो महीने से तनख्वाह नहीं दी, 30 हजार घरों और प्वाइंटों से नहीं उठा कचरा

जासं, ब¨ठडा: 30 कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं देने पर जेआईटीएफ अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 01:00 AM (IST)
30 सफाई कर्मचारियों को दो महीने से तनख्वाह नहीं दी, 30 हजार घरों और प्वाइंटों से नहीं उठा कचरा
30 सफाई कर्मचारियों को दो महीने से तनख्वाह नहीं दी, 30 हजार घरों और प्वाइंटों से नहीं उठा कचरा

जासं, ब¨ठडा: 30 कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं देने पर जेआईटीएफ अर्बन वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड के सफाई कर्मचारियों ने वीरवार को काम बंद कर दिया है। कर्मचारियों के सुबह 11 बजे के बाद हड़ताल पर चले जाने से आधे शहर में घरों से कचरा नहीं उठाया गया। वहीं शहर में सेकंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंटों पर कचरा पड़ा रहा है। जेआईटीएफ शहर में 65 हजार घरों से कचरा उठाती है। वीरवार को 30 हजार से ज्यादा घरों से कचरा नहीं उठाया गया। वहीं शहर में भी 125 एमटी कचरा प्वाइंटों पर ही पड़ा रहा।

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जेआईटीएफ सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान सुख¨वद्र ¨सह ने बताया कि कंपनी ने 30 कर्मचारियों को जनवरी व फरवरी महीने की तनख्वाह नहीं दी। वे इस संबंध में बुधवार को नगर निगम के आयुक्त से भी मिले थे। निगम आयुक्त ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। फिर जेआईटीएफ के अधिकारियों से भी वार्ता की। लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ।

सुबह जेआईटीएफ के कुछ कर्मचारी रिक्शे लेकर लोगों के घरों से कचरा उठाने के लिए चले गए थे। इसके बाद कर्मचारियों ने तनख्वाह के मुद्दे पर गुस्सा जाहिर करते हुए काम बंद कर दिया। इससे आधे से ज्यादा घरों से कचरा उठाया नहीं जा सका। जेआईटीएफ के कर्मचारियों के अचानक हड़ताल पर चले जाने और अवकाश होने की वजह से नगर निगम भी कचरा उठाने की व्यवस्था नहीं कर सका।

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12 अप्रैल तक तनख्वाह देने का आश्वासन, आज से होगा काम

प्रधान सुख¨वद्र ¨सह ने बताया कि उनकी जेआईटीएफ के मैनेजर वीरेंद्र ¨सह लूथरा से बैठक हुई। दो घंटे तक चली बैठक में सहमति बनी कि जिन कर्मचारियों को जनवरी और फरवरी की तनख्वाह नहीं मिली, उन्हें 6 अप्रैल तक दो महीनों की तनख्वाह दे दी जाएगी। इन्हें मार्च महीने की तनख्वाह 12 अप्रैल तक दे दी जाएगी। इस पर कर्मचारियों ने सहमत होते हुए शुक्रवार से काम शुरु करने की सहमति दे दी है। बैठक में यूनियन की तरफ से प्रधान सुख¨वद्र ¨सह, ¨रकू, नवीन, तरसेम, बाबू राम, मोनू आदि शामिल हुए।

कंपनी का हिस्सा नहीं थे कर्मचारी

जेआईटीएफ के मैनेजर वीरेंद्र ¨सह लूथरा के अनुसार पिछले हड़ताल के बाद 30 कर्मचारी कंपनी का हिस्सा नहीं थे। वे अपने आप ही काम पर लग गए थे। बैठक में उन्हें तनख्वाह देने पर सहमति बन गई है। इससे पहले सफाई कर्मियों ने जनवरी की तनख्वाह नहीं मिलने पर 27 फरवरी को भी हड़ताल रखी थी।

65 हजार घरों से कचरा उठाता है जेआइटीएफ

जेआईटीएफ शहर के 65 हजार घरों से कचरा उठाता है। शहर में 40 सेकंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंट हैं। इन पर जेआईटीएफ के कर्मचारी घरों से एकत्रित कचरा डालते हैं। रोजाना औसतन 125 एमटी कचरा आता है।


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