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नहर में कटाव की रिपेय¨रग शुरू, सात दिन नहीं आएगा पानी

जासं, ब¨ठडा। सर¨हद नहर की ब¨ठडा ब्रांच में वीरवार रात को बीड़ तालाब की बस्ती नंबर एक के पास हुए कट

By Edited By: Published: Sat, 30 Jul 2016 01:03 AM (IST)Updated: Sat, 30 Jul 2016 01:03 AM (IST)

जासं, ब¨ठडा।

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सर¨हद नहर की ब¨ठडा ब्रांच में वीरवार रात को बीड़ तालाब की बस्ती नंबर एक के पास हुए कटाव को मिट्टी से पाटकर रिपेयर किया जा रहा है। रिपेयरिंग का काम शुक्रवार सुबह 10 बजे के बाद शुरू हो सका।

अब कटाव और इससे दूसरी साइड में नहर की टूटी पटरी को रिपेय¨रग करने के बाद ही पानी छोड़ा जाएगा। इसमें करीब एक सप्ताह लगेगा। करीब 100 फीट में आए कटाव से निकला पानी पत्ती झुटीका गांव के 1000 हेक्टेयर खेतों में भर गया। इससे फसलों का नुक्सान होने से किसानों ने नहरी विभाग के प्रति आक्रोश जताया। नहर की आरडी संख्या-430 पर लाइ¨नग और पुरानी लाइ¨नग के बीच कटाव आ गया। इसके कारण करीब 100 फीट का लंबा कटाव हो गया। जिससे 800 फीट तक पटरी क्षतिग्रस्त हो गई। नहरी विभाग के एसडीओ हाकम ¨सह भट्ठल ने बताया कि रात करीब 10 बजे कटाव आने की सूचना मिली थी। तब रोपड़ हेड से पानी बंद करवाया गया। बरनाला जिले में सेहना एक्केप में भी 250 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे सुबह 8 बजे तक पानी कम हुआ। अन्यथा पानी कम होने में 40 घंटे से ज्यादा समय लगता। नहरी विभाग के कैनाल डिविजन के लुधियाना सर्किल के एसई अश्विनी अग्रवाल व प्रशासनिक अधिकारियों ने कटाव स्थल का जायजा लिया।

चार किमी दूर से लानी पड़ी मिट्टी

कटाव के पास पांच छह फुट पानी जमा होने से जेसीबी से मिट्टी की खुदाई नहीं की जा सकी। इससे चार किलोमीटर दूर खदान से ट्रालियों से मिट्टी लाकर पटरी पर डाली गई। फिर इस मिट्टी को जेसीबी मशीन की सहायता से कटाव में डाला गया।

20 से ज्यादा ट्यूबवेल डूबे

नहर के आसपास बीड़ रोड और मलोट बाइपास ¨रग रोड ऊंचाई पर है। इससे सारी रात पानी खेतों में भरता रहा। सुबह पानी बीड़ रोड पार कर पत्ती झुटीके के खेतों भी चला गया। रोड पर एक फुट तक पानी जमा होने से आवागमन भी प्रभावित हुआ। नहर के आसपास खेतों में लगे करीब 20 ट्यूबवेल डूब गए। 1000 हेक्टेयर नरमा और धान की फसल में पांच से छह फीट तक पानी भर गया। बीड़ तालाब बस्ती नंबर-1 उंचाई पर बसी होने की वजह से मकानों तक पानी नहीं पहुंच सका।

नहर लाइनिंग से होगी मजबूत, काम जारी

पेड़ों की जड़ों की वजह से रिसाव होने या फिर चूहे के बिल की वजह से पटरी टूटने की आशंका है। मामले की जांच करवाई जाएगी। नहर लाइ¨नग से मजबूत करने का प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है।

अश्विनी, एसई, सर¨हद नहर, सर्किल लुधियाना।


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