गेहूं का रैक खरीद मोटा मुनाफा देने का झांसा दे करोड़ों ठगे
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा। रेलवे में गेहूं के रैक खरीद व बेच कर अधिक मुनाफा कमा कर देने का झांसा देकर
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा।
रेलवे में गेहूं के रैक खरीद व बेच कर अधिक मुनाफा कमा कर देने का झांसा देकर एक व्यक्ति ने पंजाब भर में लोगों से करोड़ों की ठगी मार ली। ब¨ठडा के रामा मंडी निवासी अजीत कुमार गुप्ता ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ थाने में 49 लाख की ठगी करने के आरोप में मामला दर्ज कराया है।
थाना रामां से मिली जानकारी के अनुसार मंडी के मैसर्स नंद लाल गुप्ता एंड कंपनी के अजीत कुमार गुप्ता ने पुलिस को शिकायत दी है कि माडल टाउन फेज तीन में रहने वाले अंकुर मित्तल ने उन्हें बताया कि वह रेलवे में गेहूं के रैक खरीदने का काम करता है, जिन्हें बेचने पर मोटा मुनाफा मिलता । अंकुर ने उन्हें भी मुनाफा कमाने का लालच देते हुए रेलवे का ट्रैक खरीदने के लिए उनसे किश्तों में 49 लाख रुपये ले लिए। बाद में वह टालमटोल करने लगा। जांच करने पर पता चला कि उनके रुपये से कोई गेहूं का रैक नहीं खरीदा गया। ठगे जाने पर जब उन्होंने अपना धन वापपस मांगा तो अंकुर रुपये देने से मुकर गया।
अजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि उनकी तरह ही पंजाब के अलग-अलग जिलों की कई फर्मे व लोग अंकुर के झांसे में आकर अपना करोड़ो रुपया फंसा चुके हैं। कई जिलों की पार्टियां अपने रुपये की वापिसी के लिए मारी-मारी रही हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी जिलों में शिकार बने सभी लोग सामने आ जाएं तो मामला पचास करोड़ से अधिक की ठगी का बनता है। पुलिस ने अजीत की शिकायत पर अंकुर मित्तल के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों में मामला दर्ज किया है।
-पहले मोटा ब्याज देकर बड़ी फर्मो में बनाया विश्वास
मिली जानकारी के अनुसार अंकुर मित्तल ने पहले मंडी में फर्मों को उनके रुपये पर अधिक ब्याज देकर उन में अपना विश्वास बनाया। कुछ माह तक अधिक ब्याज देकर अंकुर ने फर्मों के मालिकों के बीच अपनी अच्छी पैठ बना ली। इसके बाद रेलवे में गेहूं के रैक खरीद कर मोटा मुनाफा कमा कर देने का झांसा देकर अंकुर ने ब¨ठडा समेत पंजाब के अलग-अलग जिलों की फर्मों से काफी धन ले लिया। आरोप है कि अब वह मुनाफा देना तो दूर , रुपये लौटाने से भी मुकर रहा है। इससे पहले भी अंकुर के खिलाफ चैक बाउंस होने के मामले चल रहे हैं।
-काला धन के कारण तो सामने नहीं आ रहे सभी पीड़ित
ठगी का शिकार हुए अजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि अंकुर ने कई फर्मो का दो नंबर का रुपया रेलवे के रैक खरीदने का झांसा देकर लिया था। अब कई फर्में व लोग हैं जो कि दो नंबर का रुपया होने के कारण खुल कर पुलिस के पास शिकायत करने नहीं आ रहे। एक अनुमान के मुताबिक कई लोगों व फर्मों ने अंकुर के पास अपना काला धन रेलवे के गेहूं के रैक खरीदने को लगा रखा था।