10 को बर्बाद फसल के मुआवजे के लिए धरना
जासं, ब¨ठडा। भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रांहा) सफेद मक्खी से तबाह हुई नरमे की फसल का मुआवजा दिला
जासं, ब¨ठडा।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रांहा) सफेद मक्खी से तबाह हुई नरमे की फसल का मुआवजा दिलाने के लिए 10 सितंबर को डीसी कार्यालय के समक्ष धरना देगी। मंगलवार को किसान यूनियन के नौ जिलों के प्रतिनिधियों की बैठक गुरुद्वारा हाजीरतन साहब में हुई। इसमें किसानों को मुआवजा दिलाने पर विचार विमर्श हुआ। बैठक में किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जोगेंद्र ¨सह उग्रांहा व महासचिव सुखदेव ¨सह कोकरीकलां ने कहा कि नरमा की फसल तबाह होने के लिए घटिया बीज और कीटनाशक ही जिम्मेदार है। यूनियन के प्रतिनिधियों ने नरमा की बिजाई के समय प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी आशंका जाहिर कर दी थी कि घटिया कीटनाशक की वजह से फसलों पर कीट प्रकोप हो सकता है।
यूनियन के दोनों पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि बीज और कीटनाशक निर्माता कंपनियां कृषि विभाग के अधिकारियों से लेकर मंत्री तक को रुपए देती है। पिछले दिनों कंपनी के प्रतिनिधियों से बड़ी राशि बरामद की थी, जो भी रिश्वत के रूप में दी जानी थी। किसानों को सफेद मक्खी नियंत्रण के लिए अनुदान पर उपलब्ध करवाई जा रही दवा भी घटिया किस्म की है। बैठक में किसान प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव पारित किया कि नरमा की खराब हुई फसल का 40 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर मुआवजा दिया जाना चाहिए। फसल खराब होने से मजदूर वर्ग भी बेरोजगार हुआ है। उसे भी मुआवजा दिया जाना चाहिए। वहीं दो सितंबर को प्रस्तावित श्रमिकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को समर्थन देने की घोषणा की गई। बैठक में झंडा ¨सह जेठूके, हरदीप सह टलेवाला, ¨शगारा सह मान, महेंद्र ¨सह रोमाणा, राम¨सह भैणी बाघा, अमरजीत ¨सह सैदोके, अमरीक ¨सह, बुकन ¨सह आदि उपस्थित थे।