बीयर बार बंद कर मालिकों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
जासं, बठिंडा एक अप्रैल से लागू होने वाली नई एक्साइज पॉलिसी के विरोध में वीरवार को सभी बीयर व हार्
जासं, बठिंडा
एक अप्रैल से लागू होने वाली नई एक्साइज पॉलिसी के विरोध में वीरवार को सभी बीयर व हार्ड बार बंद रहे। बठिंडा सिटी के सभी 18 बार में दिन भर सन्नाटा छाया रहा। इधर, पॉलिसी के विरोध में एसोसिएशन के बैनर तले बार मालिकों ने वीरवार दोपहर सौ फीट रोड पर एकत्र होकर पंजाब सरकार की पॉलिसी की निंदा करते हुए जोरदार नारेबाजी की। बार मालिकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि 31 मार्च को लाइसेंस आदि फीस भरने की आखिरी तारीख है, यदि 31 मार्च को पंजाब सरकार की ओर से फीस में की गई बढ़ोतरी में कटौती न की गई तो वह अपने बार की चाबियां पंजाब सरकार को सौंप कर सड़कों पर उतर संघर्ष शुरू कर देंगे। हालांकि सिटी के प्रमुख बार संचालक दबे होंठ फीस कम न करने पर भी बार चलाने के लिए तैयार है। फ्राइडे हार्ड बार के मालिक गगन का कहना है कि इस नई पॉलिसी का विरोध जारी रखेंगे। यदि बढ़ी फीस भरनी पड़ी तो इसका सीधा असर ग्राहक के बिल पर नजर आएगा। वहीं प्लेटर्स के संचालक कमल गुप्ता का कहना है कि यदि खर्च बढ़ने के साथ ही बार महंगा होने से बठिंडा में रेहड़ी पर शराब पीने का कल्चर से फिर से शुरू हो जाएगा।
पंजाब सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी में फीस व अन्य खर्च बढ़ने के चलते एक अप्रैल के बाद बार में बीयर व शराब पीने के शौकिनों की जेब पर कैंची चलेगी। 2013-14 में बीयर व हॉर्ड बार की वार्षिक फीस 2.50 हजार रुपये थी, 1 अप्रैल 2015 से लागू होने वाले इस नई एक्साइज पॉलिसी के तहत बीयर बार की वार्षिक फीस 1.15 लाख से बढ़ा कर 2 लाख तथा हॉर्ड बार की वार्षिक फीस 3 लाख से बढ़ा कर 4 लाख रुपए कर दी गई है। असेस्मेंट फीस पहले प्रति पेटी जो 1924 रुपए लगती थी उसे भी 2295 रुपए कर दिया गया है। सर्विस टैक्स में भी बढ़ोतरी की गई है। नई एक्साइज पॉलिसी के लागू होने से बार संचालकों पर 25 प्रतिशत के करीब ज्यादा आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा। इस मौके पर जेएस हुदल, चौ. प्रताप सिंह, कमल गुप्ता, विक्रमजीत सिंह बाहिया, विजय काटिया, सिकंदर गोयल, गगन, रमनदीप सिंह, बिक्रम मित्तल, अमरदीप सिंह बाहिया, रमेश सरदाना आदि उपस्थित थे।