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सिंगापुर का झांसा देकर 4.20 लाख की ठगी

जासं, बठिंडा सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी के बेटे को सिंगापुर भेजने का झांसा देकर एक एजेंट ने 4.20 लाख

By Edited By: Published: Fri, 20 Feb 2015 01:05 AM (IST)Updated: Fri, 20 Feb 2015 01:05 AM (IST)

जासं, बठिंडा

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सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी के बेटे को सिंगापुर भेजने का झांसा देकर एक एजेंट ने 4.20 लाख रुपये की ठगी की है। इस बारे में एजेंट ने उक्त व्यक्ति को एक वर्ष पुराना मलेशिया का वर्क परमिट थमा दिया। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जब रुपये नहीं लौटाए, तो ठगी का शिकार हुए सैन्यकर्मी गुरमीत सिंह के पुत्र मंदीप सिंह की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एजेंट दुर्लभ सिंह निवासी गांव गिल जिला मोगा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच जिला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा करेगी।

शिकायत के अनुसार दुर्लभ सिंह और मंदीप का मौसेरा भाई रविंद्र सिंह मिलकर कारोबार करते थे। तभी से मंदीप दुर्लभ को जानता था। फिर दोनों ने अलग-अलग कारोबार कर लिया। मंदीप सिंह की शिकायत अनुसार वह बेरोजगार था, तब मार्च 2014 में दुर्लभ ने उसे बिना आईलेट्स किए सिंगापुर भेजने का आश्वासन दिया। इसके लिए 4.50 लाख रुपये की मांग की, तब बात 4.20 लाख में तय हुई।

आरोप है कि दुर्लभ सिंह को किश्तों में 4.20 लाख दे दिए गए। उसने मंदीप को मलेशिया के वर्क परमिट का कंप्यूटराइज्ड प्रिंट दे दिया। इस पर वर्ष 2013 लिखा हुआ था। आरोप है कि वर्क परमिट फर्जी था।

उधर, मंदीप के पिता सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी गुरमीत सिंह के अनुसार उन्होंने ब्याज पर रुपये उधार लेकर दुर्लभ सिंह को दिए थे, ताकि बेटे को रोजगार मिल सके। अब ठगी का शिकार होने के बाद वह आर्थिक संकट में फंस गए हैं। गुरमीत सिंह के अनुसार दुर्लभ सिंह का संगरूर में कार्यालय था। उसने कार्यालय बंद कर दिया है और अब वह उनका फोन भी नहीं सुनता है।


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