प्रशासन व ग्रामीण हुए आमने-सामने
संवाद सहयोगी, संगत मंडी गांव डूमवाली में दलितों द्वारा गांव की पंचायती जमीन पर किए अतिक्रमण को छुड़
संवाद सहयोगी, संगत मंडी
गांव डूमवाली में दलितों द्वारा गांव की पंचायती जमीन पर किए अतिक्रमण को छुड़वाने के दौरान प्रशासन व ग्रामीण उस समय आमने-सामने हो गए, जब संगत के बीडीपीओ जगराज सिंह व नायब तहसीलदार अवतार सिंह पुलिस व जेसीबी मशीनों को साथ लेकर कब्जे छुड़वाने के लिए पहुंचे।
जानकारी के अनुसार गांव डूमवाली की तीन एकड़ पंचायती जमीन पर लंबे समय से गांव के 64 परिवारों द्वारा कब्जा किया हुआ है। गांव के सरपंच कृष्ण सिंह द्वारा पंचायती जमीन से कब्जा छुड़वाने के लिए बीडीपीओ संगत को अर्जी दी हुई थी। इस बारे में पंचायत विभाग द्वारा संबंधित लोगों को यह जमीन खाली करवाने के लिए नोटिस भेजे जा चुके थे। मगर, जब ये लोग जमीन से कब्जा छोड़ने को तैयार न हुए, तो जिला प्रशासन ने पुलिस की सहायता से कब्जा छुड़वाने क लिए गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए। इसके कारण गांव में तनावपूर्ण माहौल बन किया।
उधर, प्रशासन जब जेसीबी मशीन लेकर आगे बढ़ा, तो ग्रामीणों ने महिलाओं सहित जेसीबी के आगे लेट कर विरोध धरना शुरू कर दिया। इसके बाद बठिंडा के एसडीएम दरमनजीत सिंह मान व डीएसपी देहाती मौके पर पहुंचे और मामला शांत किया।
एसडीएम दरमनजीत सिंह मान ने कहा कि पुराना कब्जा छुड़वाने के लिए बीडीपीओ के पास कोई अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल उक्त कार्रवाई को रोक दिया गया है और इसकी पूरी जानकारी के लिए निशानदेही करवाकर अगली कार्रवाई के लिए डीडीपीओ की ड्यूटी लगाई जाएगी।
गांव के सरपंच कृष्ण सिंह ने बताया कि गांव की पंचायत के पास 17 एकड़ पंचायती जमीन है। इसमें से 6 एकड़ जमीन पंचायत द्वारा ठेके पर दी हुई है। शेष जमीन पर लोगों द्वारा अतिक्रमण करके कुछ पर अपने घर और कुछ पर अपनी रूड़ियां लगाई हुई हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा नए पंचायत घर के लिए 20 लाख रुपये की ग्रांट मिली है। इसके तहत यह रूड़ियां उठवाई जा रही थीं।
उधर, रूड़िया उठवाने का विरोध कर रहे कांग्रेस नेता हरपाल सिंह टोनी ने कहा कि पंचायत द्वारा जान-बूझकर लोगों की धक्के से रूड़ियां उठवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि पंचायत घर ही बनाना है, तो वह दूसरी जमीन पर भी बनाया जा सकता है। वही, इस दौरान कब्जा छुड़वाने के लिए नायब तहसीलदार अवतार सिंह सहित डीएसपी जसपाल सिंह, थाना सदर बठिंडा के मुखी गुरदयाल सिंह, थाना कोटफत्ता के मुखी संदीप सिंह व थाना संगत के मुखी इंस्पेक्टर रछपाल सिंह पुलिस सहित पहुंचे हुए थे। पंचायती जमीन से कब्जा न छुड़वाने की सूरत में अभी पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा है।