भगवान शिव की शरण में कांग्रेस की सुप्रीमो
कमल कोहली, अमृतसर : देश की राजनीति में हाशिये पर चल रही कांग्रेस पार्टी की प्रमुख सोनिया
कमल कोहली, अमृतसर :
देश की राजनीति में हाशिये पर चल रही कांग्रेस पार्टी की प्रमुख सोनिया गांधी भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए शरण में आ गयी है। हालांकि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के चुनाव में व्यस्तता के कारण सोनिया गांधी खुद पाकिस्तान के पावन तीर्थ स्थल श्री कटासराज धाम में हाजिरी नहीं लगा सकी बल्कि शिव भक्तों के साथ भगवान शिव की पूजा अराधना के लिए सोलह तरह की पूजन सामग्री भेजी है।
पाकिस्तान के जिला चकवाल में श्री कटासराज धाम के दर्शनों के लिए देश के विभिन्न शहरों से एक जत्था बुधवार को पाकिस्तान रवाना होने से पहले श्री दुग्र्याणा तीर्थ में पहुंचा था। इस जत्थे में शामिल सनातन धर्म महावीर दल के प्रधान महंत स्वरूप बिहारी शरण नई दिल्ली में कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी के गृह स्थान में मिले थे। महंत स्वरूप ने सोनिया गांधी को पाकिस्तान स्थित श्री कटासराज धाम की यात्रा के बारे में बातचीत की। इस महाभारत कालीन के शिव धाम की महत्ता के बारे में जानकारी दी। इस पर सोनिया गांधी ने परिवार की सुख शांति व अपनी सेहत कामना के लिए शिव धाम से आराधना करने की ख्वाहिश प्रकट की। उसी समय सोनिया गांधी ने महंत स्वरूप को पूजा सामग्री का विधि विधान पूछा। इस पर उन्होंने श्री कटासराज धाम में सुशोभित शिवलिंग की पूजा करने के लिए सोलह तरह की पूजन सामग्री महंत को समर्पित की।
इस सामग्री में गंगा जल, तुलसी, नारियल, चंदन, बेल पत्र, नाग, नागिन, मोली व अन्य सामान है। पाक जाने से पहले महंत ने श्री दुग्र्याणा तीर्थ में पहुंचे शिव भक्तों को इस संबंधी विस्तृत जानकारी दी। सोनिया गांधी द्वारा दिया गया पूजा सामग्री का सामान दिखाया। महंत स्वरूप ने जत्थे के डिप्टी नेता पंडित माधव गोस्वामी को यह सामान सौंपा। महंत ने कहा है कि सोनिया गांधी इस समय अस्वस्थ चल रही है। कारण उनकी सेहत कामना के लिए यह पूजा श्री कटासराज धाम में करवाने के लिए कहा गया था। जिसको सोनिया गांधी ने पूरी धार्मिक निष्ठा से स्वीकार किया तथा यह बात कि वह देश की सुख समृद्धि व कांग्रेस पार्टी की चढ़दी कला के लिए शिव भोले नाथ के दरबार से उनकी पूजा करवा कर आशीर्वाद लेकर आए। महंत जी ने कहा कि 24 फरवरी को शिवरात्रि के महापर्व पर सोनिया गांधी द्वारा भगवान शिव की पूजा स्तुति के लिए दी गयी सामग्री से पूजा अर्चना की जाएगी और उनकी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना होगी।