कोरोना टेस्ट रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा, अस्पताल व लैब ने नेगेटिव को पॉजीटिव बता लूटे लाखों
ईएमसी अस्पताल और तुली लैब में नेगेटिव मरीजों को कोरोना वायरस पॉजीटिव बताकर लाखों की लूट का खेल चल रहा था। मामले के बाद अस्पताल व मालिकों सहित छह डॉक्टर भूमिगत हो गए हैं।
जेएनएन, अमृतसर। कोरोना के नाम पर फर्जीवाड़ा। लगभग पूरा विश्व कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहा है, लेेेेेकिन कुछ लोग इस महामारी में भी ठगी से बाज नहीं आ रहे। ईएमसी अस्पताल व तुली डायग्नोस्टिक सेंटर पर नेगेटिव लोगों को पॉजीटिव बताकर लाखों रुपये ऐंठने के आरोप लगे हैं। वहीं, ईएमसी अस्पताल के संचालक-कम-चेयरमैन पवन अरोड़ा व तुली डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक डॉ. रोबिन तुली सहित छह आरोपित भूमिगत हो गए हैं। पता चला है कि आरोपित एफआइआर रद करवाने की तिकड़म लगा रहे हैं। वहीं, अदालत से जमानत लेने की भी कोशिश में हैं।
निगेटिव लोगों को कोरोना पॉजिटिव बताकर लाखों रुपये ठगने वाले इन आरोपितों की ठगी का शिकार हुए एक एनआआइ भी सामने आया है। चौक मेहता निवासी एक एनआरआइ ने बताया कि 26 मई को वह अपनी पत्नी व बेटे के साथ इंग्लैंड से अमृतसर लौटे। एक निजी होटल में खुद को क्वारंटाइन किया। कोविड-19 टेस्ट तुली लैब से करवाया। उनको और बेटे को पॉजिटिव बताया गया। 31 मई को ईएमसी अस्पताल में दाखिल कर लिया गया। कई बार कहने पर भी उनका दोबारा कोविड-19 टेस्ट नहीं करवाया गया। किसी तरह एक और निजी लैब से टेस्ट करवाया। रिपोर्ट निगेटिव आई। पूरी तरह पुष्टि के लिए किसी तरह से मेडिकल कॉलेज स्थित इंफ्लुएंजा लैब में टेस्ट करवाया, जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई। इससे साफ था कि तुली लैब व ईएमसी अस्पताल के बीच कुछ न कुछ गठजोड़ चल रहा था। उन्हें तीन लाख रुपये का बिल सौंप दिया गया।
कुल छह डॉक्टरों पर दर्ज हुए हैं मामले
विजिलेंस ब्यूरो ने ईएमसी अस्पताल के मालिक-कम-चेयरमैन पवन अरोड़ा, उनके सहयोगी डॉ. पवन सोनी, तुली लैब के मालिक डॉ. रोबिन तुली, उनकी पत्नी रिदम तुली, पैथोलॉजिस्ट डॉ. संजय पिपलानी एवं डॉ. मोहिंदर के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, खौफ फैलाकर पैसे एकत्र करना, फर्जी दस्तावेज तैयार करने सहित हत्या प्रयास के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामले की पैरवी कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता मनदीप सिंह मन्ना ने तुली लैब व ईएमसी अस्पताल के खिलाफ कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर लोगों को लूटने की शिकायत दी थी। वहीं, जय हो क्लब के प्रधान विक्की दत्ता ने भी अपने परिवार के सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जब सरकारी लैब से टेेस्ट करवाया तो सभी निगेटिव निकले थे।
तुली लैब में कोविड-19 टेस्ट करने पर रोक
उधर, स्वास्थ्य विभाग ने तुली लैब में कोविड-19 टेस्ट करने पर रोक लगा दी है। साथ ही आरटी-पीसीआर मशीन भी सील कर दी गई है। एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह ने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। इन्हें जल्द पकड़ कर सलाखों में भेजा जाएगा। तुली लैब और ईएमसी अस्पताल के संचालकों ने कितने लोगों को गलत रिपोर्ट देकर ठगा, इसकी जांच अभी चल रही है।
तुली लैब व ईएमसी अस्पताल गई विजिलेंस टीम के पांच सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव
दूसरी तरफ से तुली लैब व ईएमसी अस्पताल के गठजोड़ की जांच कर रही विजिलेंस टीम के पांच सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें एसएसपी का निजी सुरक्षा अधिकारी सहित चार अन्य पुलिस मुलाजिम शामिल हैं। इस जांच टीम ने तुली लैब व ईएमसी अस्पताल में रिकॉर्ड की जांच की थी। कई बार अस्पताल गए, डॉक्टरों व मरीजों के संपर्क में आए। बताया जा रहा है कि तुली लैब अथवा ईएमसी अस्पताल में ही किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से ये कोरोना पॉजिटिव हुए। इधर, एसएसपी विजिलेंस परमपाल सिंह ने खुद को होम क्वारंटाइन कर लिया है। वहीं, पॉजिटिव पुलिस मुलाजिमों को स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेट किया गया है।