पहले डीजल, अब वेतन के अड़ंगे ने रोके मेट्रो बस के पहिये
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : बस रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) के तहत चलने वाली मेट्रो बस को स्पीड न
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : बस रेपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) के तहत चलने वाली मेट्रो बस को स्पीड नहीं मिल पा रही है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर ¨सह बादल के ड्रीम प्रोजेक्ट रहे मेट्रो बस सर्विस के पहिये अकाली-भाजपा सरकार जाने के बाद से ही लगातार जाम हो रहे हैं। 15 दिसंबर 2016 के बाद से ही सवारियों की मार झेल रही मेट्रो बस सर्विस के पहिये मई में पंजाब रोडवेज को डीजल का भुगतान न करने से रुक गए थे, अब बस ड्राइवरों व कंडक्टरों का वेतन न दिए जाने की वजह से वे पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। उन्होंने वेतन न मिलने तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा की हुई है।
मेट्रो बस चालक यूनियन के प्रधान हरजोत ¨सह के नेतृत्व में मुलाजिमों ने आज रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित मेट्रो बस कॉरिडोर में प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि मेट्रो बस के ड्राइवर व कंडक्टर अपनी ड्यूटी तनदेही से कर रहे हैं, पर उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि हड़ताल को जारी रखते हुए सभी मुलाजिम 22 जुलाई को सुबह 10 बजे भडारी पुल पर मेट्रो बस प्रबंधकों के खिलाफ रोष-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि महंगाई के दौर में गत तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा, जिससे उनके परिवारों का पालन पोषण करना कठिन हुआ है। इस मौके पर बलकार ¨सह, जसपाल ¨सह, स्वर्ण ¨सह, अमन कुमार, हरप्रीत ¨सह, सुखबीर ¨सह, गुरेंद्र ¨सह, अर¨वदर ¨सह, मनप्रीत ¨सह, जसप्रीत ¨सह सुनील कुमार आदि हाजिर थे।
अधिकारियों पर धमकाने के आरोप
मेट्रो बस टर्मिनल के मैनेजर तरसेम ¨सह ने बताया कि उन्हें इंजीनियर फरीम खान द्वारा धमकियां दी जा रही है और कुछ आदमी लेकर उनके घर भी गए हैं। वे बसों की चाबियां मांग रहे हैं। हम चाबियां देने को तैयार हैं, पर पहले हमारा भुगतान किया जाए।
इंजीनियर ने आरोपों को नकारा
इंजीनियर फरीम खान ने धमकी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि तरसेम को पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन जेएस सोढ़ी ने बातचीत के लिए बुलाया था, वही संदेश उन्होंने दिया है।
मामले की अफसरों को दी है जानकारी
एक्सईएन जेएस सोढ़ी ने बताया कि वेतन भुगतान का मामला सरकार स्तर का है। सारे मामले से आलाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।
टर्मिनल की शोभा बढ़ा रही एसी बसें
पंजाब सरकार द्वारा पीआईडीबी पंजाब इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट बोर्ड की फं¨डग से 600 करोड़ की लागत से मेट्रो बस प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। शाम एंड शाम मोबाइलरी सेल्युशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बसें चलाने का ठेका उठाया गया है। अब तक छेहरटा जीटी रोड के अलावा मॉल रोड रूट पर 16 बसें शुरू की गई थी। प्रोजेक्ट के तहत कुल 93 बसें चलनी है। अभी तक एसी 64 बसें वेरका बस टर्मिनल पर पहुंच चुकी है।
सवारियों की मार पहले
झेल रही थी मेट्रो बसें
15 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर 2016 तक पंजाब सरकार ने लोगों को एसी मेट्रो बसों की फ्री सुविधा उपलब्ध करवाई। छेहरटा जीटी रोड पर शुरू हुए मेट्रो बसों के फ्री सफर का लोगों ने भी आनंद लिया। लेकिन 1 जनवरी 2017 से जैसे ही 15 रुपये किराये के साथ बसों का सफर शुरू हुआ, वैसे ही सवारियां गायब होनी शुरू हो गई। अभी भी हालात यही बने हुए हैं। खाली बसें बीआरटीएस कॉरिडोर में चल रही हैं और तेल फूंक रही हैं। आटो का किराया उनसे कम होने और उनके द्वारा सुविधा अनुसार लोगों को उनके स्टशेन पर उतरने की वजह से अभी भी आटो ही लोगों की पसंद बने हुए हैं।