नशे से करें तौबा, जिंदगी से जोड़े नाता : सीजेएम
जागरण संवाददाता, अमृतसर : अखिल भारतीय ह्यूंमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (अबहरो) ने अंतरराष्ट्रीय नशा विर
जागरण संवाददाता, अमृतसर : अखिल भारतीय ह्यूंमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (अबहरो) ने अंतरराष्ट्रीय नशा विरोधी दिवस पर ट्रांसपोर्ट नगर में नशे के खिलाफ जमकर प्रचार किया। अबहरो ने ट्रक ड्राइवरों को नशे के दुष्प्रभाव बताने के लिए पंफ्लेट बांटे। जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीजेएम गिरीश बांसल ने कहा कि नशा एक ऐसा जहर है जो धीरे-धीरे इंसान को मौत की ओर ले जाता है। इसका शत-प्रतिशत उपचार संभव है। लोग नशा मुक्ति केंद्रों में आएं और समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर परिवार व समाज की खुशहाली में योगदान दें।
इस अवसर पर एडीसीपी क्राइम लखबीर सिंह ने कहा कि नशे का त्याग संभव है। अगर इंसान इच्छा शक्ति जागृत कर लें तो यह संभव है। नशा एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण इंसान मानसिक रूप से कमजोर हो जाता है और समाज से कट जाता है। उन्होंने कहा कि मन को जीतकर ही नशे से मुक्ति पाई जा सकती है। होमगार्ड के कमांडेंट जसकरण सिंह ने कहा कि अपराध की सबसे बड़ी जड़ ही नशा है। नशे की पूर्ति के लिए युवा वर्ग आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है।
इससे पूर्व अबहरो के राष्ट्रीय महासचिव एचएस तंवर व संयुक्त सचिव सत्यवीर चौधरी के साथ अबहरो के पदाधिकारियों ने शहर में जागरूकता मार्च निकाला। तंवर ने कहा कि यूनाइटेड नेशन में 7 दिसंबर 1987 में प्रस्ताव पारित हुआ था कि 26 जून को नशा विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उस समय नशे की प्रवृत्ति कम थी, लेकिन आज यह चरम सीमा पर है। इसे रोकने के लिए हर नागरिक को पहल करनी होगी। इस मौके पर शोबित चौधरी, दलजीत सिंह धुप्पड़, जिला प्रमुख राजन बब्बर, कानूनी सलाहकार एडवोकेट हरप्रीत सिंह, एडवोकेट प्रदीप महाजन, राम भवन गोस्वामी, अक्षित अरोड़ा, लक्ष्य शर्मा, ज्योति ठाकुर, डॉ. इंदू वर्मा, जिला सचिव पूनम शर्मा, जिला सलाहकार रमिंदर चोपड़ा, कुलदीप कौर, रूपिंदर कौर, सुरेंद्र कुमार, राजिन्द्र साहनी, दीपक महाजन, विजय कुमार आदि उपस्थित थे।