अपील का समय, पर निपटाने का नहीं
विपिन कुमार राणा, अमृतसर एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में अपील करने का तो समय निर्धारित है, पर नि
विपिन कुमार राणा, अमृतसर
एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में अपील करने का तो समय निर्धारित है, पर निपटाने का नहीं। यही वजह है कि विभागीय कार्यशैली की वजह से व्यापारियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सालों से पेंडिंग पड़े हुए मामलों को लेकर कई बार पैरवी हुई है। मामला फाइनैंशियल कमिश्नर ऑफ टैक्सेशन व एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर के समक्ष भी उठ चुका है, पर कारोबारियों को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है।
असेसमेंट में गलत टैक्स लगने के खिलाफ ऑर्डर मिलने के 30 दिन में अपील दायर करनी होती है। ईटीओ, एईटीसी के खिलाफ अपील डीईटीसी को की जाती है। ऐसे ही मोबाइल विंग के ईटीओ, एईटीसी की असेसमेंट के खिलाफ अपील ज्वाइंट डायरेक्टर एंफोर्समेंट कम डीईटीसी से की जा सकती है।
व्यापारियों द्वारा अपील दायर करने के बावजूद सालों साल मामलों की सुनवाई नहीं होती। अपीलों की पेनेल्टी व प्री-डिपोजिट का विभाग सालों से करोड़ों दबाए बैठा है। पटियाला डिवीजन, अमृतसर डिवीजन, शंभू बैरियर की सैकड़ों अपीलों के केस पेंडिंग हैं। जिस पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
आरटीआइ में भी हो चुका खुलासा
एडवोकेट नवीन सहगल द्वारा डाली गई आरटीआइ में खुलासा हुआ है कि पटियाला डिवीजन के ही 1100 से ज्यादा केस पेंडिंग हैं। फाइनैंशियल कमिश्नर टैक्सेशन व एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर जब अमृतसर आए थे, तब उन्हें इस बाबत बताया भी गया था, पर हाल अभी भी वैसे का वैसा ही है।
अपील अथॉरिटी अलग हो
सेल्स टैक्स प्रैक्टीशिनर एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट नवीन सहगल, विकास खन्ना, सुनील अरोड़ा, इंद्रपाल सिंह ने बताया कि आयकर विभाग की तर्ज पर विभाग में अपील अथॉरिटी अलग होनी चाहिए। एडमिन व अपील एक ही अधिकारी के पास होने से व्यापारियों को न्याय नहीं मिल पाता। अमृतसर, पटियाला डिवीजन के सैकड़ों केस विभाग के पास सालों से लंबित हैं। इन्हें निपटाने को लेकर विभाग गंभीर नहीं है। पेनल्टी और प्री-डीपाजिट के करोड़ों रुपये विभाग दबाए बैठा है।
जल्द होगा अपील केसों का निपटारा
अपीलों के केसों के निपटाने के लिए विभाग पूरी तरह से गंभीर है। जल्द ही पेंडिंग पड़े हुए अपीलों के केस निपटाए जाएंगे। अपील केसों की वजह से व्यापारियों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
- हरिंदर पाल सिंह, डीईटीसी अमृतसर डिवीजन।