अस्पताल में नहीं जल, मरीजों की आंखें हुई सजल
नितिन धीमान, अमृतसर करोड़ों रुपयों की लागत से निर्मित व अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित
नितिन धीमान, अमृतसर
करोड़ों रुपयों की लागत से निर्मित व अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित गुरुनानक देव अस्पताल में बूंद भर पानी भी नसीब नहीं है। भीषण गर्मी में प्यास से तड़प रहे मरीजों को पानी के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। अस्पताल के वार्ड, ओपीडी ब्लॉक, बेबे नानकी वार्ड, इमरजेंसी ब्लॉक यहां तक कि ऑपरेशन थिएटर में भी जल संकट मंडरा रहा है। ऐसा नहीं कि अस्पताल में पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है, असल में अस्पताल के वाटर कूलरों के नल खराब होने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है।
मंगलवार को इस अस्पताल में स्थित बेबे नानकी मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर के नजदीक लगे दो नलों के इर्द-गिर्द भारी भीड़ जमा थी। लोगों से पूछने पर पता चला कि पूरे अस्पताल में ये ही दो नल हैं जो पानी उगल रहे हैं। राजिंदर शर्मा राजू ने बताया कि उनकी मां ऑर्थो वार्ड में दाखिल हैं। हड्डी में फैक्चर होने से सोमवार रात उन्हें यहां दाखिल करवाया। रात को पानी के लिए ओपीडी ब्लॉक में लगे वाटर कूलर का नल दबाया। पानी की एक बूंद भी नहीं टपकी। इसके बाद इमरजेंसी वार्ड में गए। यहां कूलरों के नल खराब थे। बेबे नानकी वार्ड के कूलरों भी सूखे हुए थे। पूरा अस्पताल छान मारा, कहीं पानी नहीं मिला। हारकर वार्ड में आया। सारी रात बिना पानी के काटी। सुबह यहां दाखिल एक मरीज के परिजन ने बताया कि बेबे नानकी वार्ड के पीछे दो नल लगे हैं। यहां सुबह दो घंटे पानी आता है। बोतल लेकर यहां पहुंचा तो देखा कि मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थीं। तकरीबन पौना घंटा बाद उन्हें पानी नसीब हुआ। इस संबंध में अस्पताल के डॉक्टरों से बात की तो उन्होंने कहा पानी की व्यवस्था करना उनका काम नहीं है।
दूसरी तरफ बेबे नानकी मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर की बहुमंजिला इमारत में लगाए गए आठ वाटर कूलर भी खराब पड़े हैं। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों को पूरा दिन पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है। मरीजों व परिजनों की पीड़ा एक पल के लिए भूल भी जाएं, तो डॉक्टरों का हाल भी ऐसा ही है। वह घरों से पानी भरकर साथ लाते हैं और प्यास बुझाते हैं।
मरीजों की परेशानी होगी दूर : डॉ. रामस्वरूप
गुरुनानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रामस्वरूप ने कहा कि मरीजों की परेशानी का उन्हें अहसास है। मंगलवार को सुबह से ही बिजली कटौती के कारण जलापूर्ति ठप रही। कुछ वाटर कूलर खराब हैं। इन्हें दुरुस्त करवाकर समस्या से निजात दिलाएंगे। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं कि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।