नशे के लिए चुराई थी ब्रूप्रोनॉरफिन
जागरण संवाददाता, अमृतसर : स्वामी विवेकानंद नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करवा रहे एक युवक ने अपने साथी
जागरण संवाददाता, अमृतसर : स्वामी विवेकानंद नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करवा रहे एक युवक ने अपने साथी की मदद से 27 सितंबर को ओएसटी सेंटर से दवाएं चोरी की थीं। वह नशे की लत को छोड़ नहीं पा रहा था और ओएसटी सेंटर में रखीं दवाओं का प्रयोग नशे के रूप में करना चाहता था। थाना मजीठा रोड पुलिस ने युवक और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है।
एसएचओ गगनदीप सिंह ने कहा कि चोरों की तलाश में पुलिस तेजी से जुटी थी। इस बीच मंगलवार रात मुखबिर ने सूचना दी कि ओरएसटी सेंटर से दवा चोरी करने वाले दोनों युवक ट्रिलियम मॉल की तरफ आ रहे हैं। पुलिस ने नजदीक नाकाबंदी की। इस दौरान एक्टिवा स्कूटर (पीबी-02सीके-0321) पर आए दो युवकों को काबू किया गया। एक्टिवा की डिक्की की तलाशी ली गई तो ओएसटी सेंटर से चोरी दवाएं बरामद हुई। इन युवकों की पहचान गुरमिंदर सिंह व सुखदेव सिंह के रूप में हुई है। दोनों गांव नागकलां के हैं।
40 वर्षीय गुरमिंदर सिंह को नशे की लत है। उसका इलाज स्वामी विवेकानंद नशा मुक्ति केंद्र में चल रहा है। सुखदेव सिंह ट्रक ड्राइवर है और उसे भी नशे की लत है। सुखदेव सिंह पर पहले भी लूटपाट के तीन केस दर्ज हैं। पूछताछ में गुरमिंदर ने बताया कि वह और सुखदेव हुजूर साहिब जाना चाहते थे। नशे की तलब मिटाने के लिए ओएसटी सेंटर में बू्रप्रोनॉरफिन दवा पीसकर वहीं खिलाई जाती थी, लेकिन यात्रा के दौरान भी दवा की जरूरत थी, इसलिए उसने सुखदेव को साथ मिलाया और चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
एसएचओ गगनदीप सिंह ने बताया कि गुरमिंदर सिंह ओरएसटी सेंटर में जाता रहता था, इसलिए वह चप्पे-चप्पे का जानकार था। 27 सितंबर को उसने सुखदेव सिंह के साथ मिलकर सेंटर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की तार को डिस्कनेक्ट किया और फिर अंदर रखी अलमारियों से 11 हजार 203 गोलियां चोरी कर लीं। इन दवाओं का मूल्य साढ़े तीन लाख रुपये है। दोनों आरोपी कुछ दवाएं बेचने की फिराक में थे। फिलहाल पुलिस ने इनके कब्जे से 2900 गोलियां बरामद कर ली हैं। शेष बरामदगी के लिए पूछताछ की जा रही है।