न ट्रेन मिली, न बस, मुसाफिर बेबस
नितिन धीमान, अमृतसर : दीनानगर में आतंकी हमले ने जहां देश भर में बवंडर मचा दिया, वहीं आवागमन प्रणाली
नितिन धीमान, अमृतसर : दीनानगर में आतंकी हमले ने जहां देश भर में बवंडर मचा दिया, वहीं आवागमन प्रणाली ध्वस्त हो गई। अमृतसर से पठानकोट के रूट पर चलने वाली बसों के पहिये थम गए। इस आतंकी हमले का विपरीत प्रभाव अमृतसर रेलवे स्टेशन पर भी देखने को मिला। अमृतसर से पठानकोट के लिए चलने वाले रेलगाड़ियों के पहिये भी टै्रक पर जमे रहे। परिणामस्वरूप हजारों मुसाफिरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बस स्टैंड से अमृतसर-पठानकोट के लिए प्रतिदिन 170 बसें फर्राटा भरती हैं। पहली बस सुबह सवा पांच बजे प्रस्थान करती है। आतंकी हमले की जानकारी मिलने के बाद बस ऑपरेटरों ने बसों को बस अड्डे से नहीं निकाला। हालांकि दोपहर बारह बजे तक कुछ बसें रवाना की गई हैं, लेकिन ज्यादातर ऑपरेटरों ने जोखिम मोल नहीं लिया।
बस अड्डे का संचालन कर रही रोहण एंड राजदीप कंपनी के स्थानीय प्रबंधक जीएल सोलंकी ने बताया कि आतंकी घटना के कारण ऑपरेटरों ने बसों को नहीं चलाया।
इसी प्रकार अमृतसर-दीनानगर और परमानंद रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे टै्रक पर मिले बम के बाद अमृतसर-पठानकोट रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनें रद कर दी गई। सुबह जैसे ही रेलवे ट्रैक पर बम होने की जानकारी अमृतसर रेलवे स्टेशन पर पहुंची, सभी ट्रेनों को टै्रक पर ही रोक दिया गया। अमृतसर से पठानकोट के लिए सुबह पहली लोकल पैसेंजर ट्रेन 4.40 बजे स्टेशन से रवाना हुई, लेकिन उसे गुरदासपुर से पहले ही उसे रोक दिया गया और बाद में पुन: अमृतसर लाया गया। आतंकी हमले के कारण अमृतसर से सुबह 9.10 बजे पर चलने वाली रावी एक्सप्रेस के अलावा रात साढ़े आठ बजे पठानकोट को जाने वाली ट्रेनें रद कर दी गई।
ट्रेन और बसों के पहिये थमने के कारण हजारों मुसाफिरों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर पठानकोट जाने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे राहुल, संदीप, रजनी व भजनी ने बताया कि वह पहले बस स्टैंड गए थे। वहां बस नहीं मिली तो स्टेशन पर आ गए। यहां भी सभी गाड़ियां रद हैं।