दिल्ली पुलिस कमिश्नर को आयोग ने किया तलब
जागरण संवाददाता, अमृतसर : दिल्ली के चर्चित मीनाक्षी हत्याकाड मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयो
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
दिल्ली के चर्चित मीनाक्षी हत्याकाड मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार वेरका ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर असंतुष्टि और नाराजगी जताते हुए 27 जुलाई को पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी को नोटिस जारी कर आयोग के दफ्तर में तलब किया है। डॉक्टर वेरका ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को भी नोटिस जारी कर दलित पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये का रिलीफ फंड, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा पीड़ित परिवार के बीमार सदस्यों का मुफ्त इलाज कराने के निर्देश दिए हैं।
पंजाबी बस्ती नई दिल्ली की रहने वाली मीनाक्षी के पिता राजकुमार तथा मीनाक्षी की मां उषा देवी ने आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर राजकुमार वेरका के समक्ष वीरवार को दिल्ली में अपने बयान रिकॉर्ड करवाए। डॉक्टर वेरका पीड़ित परिवार के बयान रिकॉर्ड करने के बाद दिल्ली पुलिस से खफा दिखे। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को मारने वाले मुख्य आरोपी जयप्रकाश और इलू थे और उनके साथ उनकी मां शशि भी शामिल थी जो उनके पड़ोस में रहती हैं। पुलिस ने एफआइआर में सिर्फ लड़कों का नाम ही रखा, जबकि मुख्य साजिश रचने वाली शशि को एफआइआर से बाहर रखा। इस मामले में मुख्य गवाह कमलेश के बयान भी पुलिस ने दर्ज नहीं किए। पीड़ित परिवार ने उक्त आरोपियों के खिलाफ थाना आनंद पर्वत में एक शिकायत पहले भी दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की। अगर उस वक्त पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करती तो शायद मीनाक्षी जिंदा होती। वेरका इन सभी बातों पर पुलिस विभाग से नाराज दिखे। मीनाक्षी के पिता खुद कैंसर के मरीज हैं और उनकी पत्नी शुगर की मरीज।
डॉक्टर वेरका ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को नोटिस जारी कर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये देने को कहा है। डॉक्टर वेरका ने कहा कि केजरीवाल विज्ञापन में 526 करोड़ रुपये खर्च सकते हैं तो एक दलित परिवार की मदद करने में इतना सोच विचार क्यों? सिर्फ 5 लाख रुपये का मुआवजा पीड़ित परिवार के लिए काफी नहीं है। परिवार के एक सदस्य को भी दिल्ली सरकारी नौकरी दे। राजकुमार और उनकी पत्नी उषा का मुफ्त में इलाज भी करवाया जाए।